जयपुर न्यूज डेस्क: साल के आखिरी दिनों में बढ़ेगी सर्दी:
साल 2024 के अंत में सर्दी का प्रकोप और तेज होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, हिमालय पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके चलते उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। इसका असर राजस्थान सहित अन्य मैदानी इलाकों पर भी दिखेगा। इससे प्रदेश में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने के आसार हैं, जिससे ठंड बढ़ेगी।
राजस्थान में शीतलहर और घने कोहरे का अलर्ट
पिछले एक हफ्ते से राजस्थान के कई इलाकों में शीतलहर और कुछ क्षेत्रों में अतिशीतलहर का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने 20 दिसंबर के बाद भरतपुर और कोटा संभाग में घने कोहरे की चेतावनी दी है। इसके अलावा, प्रदेश के 8 शहरों में शीतलहर का अलर्ट भी जारी किया गया है। कोहरे और सर्द हवाओं के कारण ठंड और बढ़ने की संभावना जताई गई है।
24 घंटे में बढ़ी ठंडक का असर
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कमजोर होने के बाद बीते 24 घंटों में राजस्थान के कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। करौली सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। फतेहपुर में पारा माइनस से ऊपर आकर 2.5 डिग्री पर पहुंचा। इसके अलावा, माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री, संगरिया में 3.4 डिग्री और चूरू में 4 डिग्री दर्ज हुआ।
जयपुर समेत अन्य जिलों में ठंड का असर
राजस्थान के अन्य हिस्सों में भी ठंड का प्रभाव साफ नजर आ रहा है। जयपुर का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। गंगानगर में 4.8 डिग्री, सीकर में 3.7 डिग्री और अलवर में 4.2 डिग्री तापमान रहा। पिलानी का तापमान 5.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ठंडी हवाओं के साथ गिरता पारा प्रदेशवासियों के लिए सर्दी की मुश्किलें बढ़ा रहा है।
अगले कुछ दिन रहेंगे चुनौतीपूर्ण
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना जताई है। घने कोहरे और शीतलहर के कारण विजिबिलिटी कम हो सकती है, जिससे लोगों को यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। प्रदेश में ठंड के इस प्रकोप से बचने के लिए प्रशासन को अलाव और राहत केंद्रों की व्यवस्था पर ध्यान देना होगा।