जयपुर, जिसे क़रीब 294 वर्ष पुरानी, भारत की सबसे पहली प्लांड सिटी के तौर पर जाना जाता है अपने आप में कई खूबसूरत व ऐतिहासिक कहानियों व इमारतों को संजोये हुए है। हर तरफ दीवारों और दरवाज़ों से घिरा ये शहर भले ही Walled city के नाम से जाना जाता हो, लेकिन यहाँ के लोग आज भी बांहें फैला कर खुले दिल से हर नए परिवर्तन का स्वागत करते है। परिवर्तन Walled city से Malled city का हो या कोरोना के बीच त्योहारों को उसी उत्साह से मनाने का हो, हर तरह का परिवर्तन, इस गुलाबी शहर में घुलकर गुलाबी हो जाता है क्योंकि जयपुर में आधुनिकता और प्राचीनता दो सखियों के समान साथ साथ चलती है। शहर तो बहोत है, मगर हिन्दुस्तान का पेरिस माना जाने वाला जयपुर कुछ ख़ास है और ख़ास है यहाँ के लोग, यहाँ की जनता जिनकी आवाज़ में कुछ तो ख़ास है।
जयपुर वोकल्स इसी जयपुर की जनता की आवाज है, क्योंकि हमारी टैग लाइन है of the locals, by the locals and for the locals। जयपुर वोकल्स का मंच आप को देश विदेश की महत्वपूर्ण खबरों के साथ साथ जयपुर के कोने कोने की जानकारी भी देगा । जयपुर का हर रहवासी जयपुर वोकल्स से जुड़ सकता है। यदि आप लेखक या ब्लॉगर है तो आप हमारी वेबसाइट के राइटर पेनल का हिस्सा बन सकते है और अपने गांव, शहर और देश से जुड़े हर मामले पर अपने स्वतंत्र विचार व्यक्त कर सकते है। लेखक और ब्लॉगर के अलावा जयपुर का हर जागृत नागरिक वेबसाइट पर दिए हुए 'मेरा गांव मेरा देश सेक्शन' के ज़रिये अपने गांव और शहर से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं व समस्याओं को अपनी रिपोर्ट के जरिए हम तक पहुंचा सकता है।
जयपुर वोकल्स लोकल व्यापारियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा जहां लोकल दुकानदार आर्टिकल, फोटो और वीडियो के जरिए अपनी दुकान या व्यवसाय का प्रचार कर सकता है और अपने ग्राहक भाइयों के और क़रीब आ कर उनका विश्वास जीत सकता है ।
जयपुर वोकल्स माननीय प्रधान मंत्री जी के वोकल फॉर लोकल्स पहल का एक जीता जागता उदाहरण है, जो जयपुर के लोगों को एक दूसरे के और करीब ले आएगा, क्योंकि ये है जयपुर के लोगों की अपनी आवाज।