राजस्थान दिवस के अवसर पर रविवार को राजधानी जयपुर के अल्बर्ट हॉल में राज्य स्तरीय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। कलाकारों ने पधारो म्हारे देश, केसरिया बालम समेत कई पारंपरिक गीतों पर अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन भव्य आतिशबाजी तथा राजस्थानी एवं बॉलीवुड कलाकारों की प्रस्तुति के साथ हुआ।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन राजस्थान दिवस पूरे प्रदेश में उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। सभी जिलों में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। मंदिरों में विशेष आरती की गई और लोगों ने अपने घरों में दीप जलाकर त्योहार मनाया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घोषणा की कि इस वर्ष से राजस्थान दिवस चैत्र शुक्ल पक्ष को मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 30 मार्च 1949 को सरदार वल्लभभाई पटेल ने वृहद राजस्थान का उद्घाटन किया था।
राजस्थानी कलाकारों की प्रस्तुतियों को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
सांस्कृतिक संध्या में राजस्थानी कलाकारों ने मंच पर अपनी प्रस्तुतियों के जरिए शानदार कला के रंग बिखेरे। रवींद्र उपाध्याय, आकांक्षा शर्मा, मधु भट्ट, पीयूष पवार, करणबीर बोहरा और मंगनियार ग्रुप के प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा, कथक और लोक नृत्य का मिश्रण भी प्रस्तुत किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कलाकारों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का समापन भव्य आतिशबाजी के साथ हुआ, जिसने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, राज्यसभा सांसद मदन राठौड़, जनप्रतिनिधि, पर्यटन एवं कला एवं संस्कृति विभाग के सचिव रवि जैन सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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