जयपुर, 23 जुलाई 2025: ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान, गुजरात और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में अपार संभावनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय सतत रूप से कार्य कर रहा है। मंत्रालय की ओर से चलाए जा रहे प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, पीएम कुसुम योजना, सूर्य मित्र योजना, वरुण मित्र योजना और जल ऊर्जा मित्र योजना के तहत ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत राजस्थान में जून 2025 तक 59979 लाभान्वित परिवारों से 252 मेगावाट, गुजरात में 526694 लाभान्वित परिवारों से 1443 मेगावाट और पूर्वोत्तर क्षेत्र में 26312 लाभान्वित परिवारों से 85 मेगावाट संयंत्र स्थापित किए जाने का समझौता हस्ताक्षरित किया गया। राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के सवाल के जवाब में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा एवं विद्युत राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक ने यह जानकारी सदन में दी।
राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से ऊर्जा संयंत्रों को स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता भी मुहैया करवाई जाती है। मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजस्थान, गुजरात और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए पीएम सूर्य घर योजना के लिए 1032 करोड़ तथा पीएम कुसुम योजना के तहत 293 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। इसमें राजस्थान को दोनों योजना के तहत 257 करोड़ रूपए की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। केंद्र सरकार के प्रयास से 30 जून तक राजस्थान में 37818 मेगावाट क्षमता, गुजरात में 37494 मेगावाट और पूर्वोत्तर क्षेत्र में 5048 मेगावाट के नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए गए है। इसी तरह इन क्षेत्रों में 80361 मेगावाट क्षमता के संयंत्र स्थापित किए गए है।
राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से ऊर्जा क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रशिक्षण तक दिया जा रहा है। सूर्य मित्र योजना के तहत इन क्षेत्रों के 63713 व्यक्तियों को, वरुण मित्र योजना में 1276 और ऊर्जा मित्र कार्यक्रम में 601 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया है।