सीरिया एक बार फिर बम धमाकों और हिंसा की गूँज से दहल उठा है। इस बार निशाना मध्य सीरिया के होम्स (Homs) शहर की एक मस्जिद को बनाया गया, जहाँ शुक्रवार की नमाज के वक्त हुए एक जोरदार विस्फोट ने खुशियों को मातम में बदल दिया। इस कायराना हमले में अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 18 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यह हमला न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर भी गहरी चिंता पैदा करता है।
नमाज के वक्त हुआ धमाका
सीरियन अरब न्यूज एजेंसी (SANA) के अनुसार, यह घटना होम्स के वादी अल-दहाब जिले में स्थित इमाम अली इब्न अबी तालिब मस्जिद में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जिस समय मस्जिद में नमाज अदा की जा रही थी और भीड़ सबसे अधिक थी, उसी वक्त जोरदार धमाका हुआ। शुरुआती जांच से पता चला है कि विस्फोटक मस्जिद के अंदर ही पहले से प्लांट किया गया था। धमाका इतना शक्तिशाली था कि मस्जिद की इमारत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और आसपास के इलाके में चीख-पुकार मच गई।
राहत और बचाव कार्य
धमाके के तुरंत बाद स्थानीय लोग और सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि घायलों को तुरंत पास के करम अल-लूज़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है, जिससे मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। अस्पताल में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी गई है और डॉक्टरों की टीमें घायलों की जान बचाने में जुटी हैं।
सुरक्षा घेरा कड़ा, जांच शुरू
सीरियाई गृह मंत्रालय ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे "मानवीय और नैतिक मूल्यों पर प्रहार" करार दिया है। हमले के तुरंत बाद इंटरनल सिक्योरिटी यूनिट्स ने पूरे वादी अल-दहाब इलाके को घेर लिया है।
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सबूतों की तलाश: फॉरेंसिक टीमें और सुरक्षा अधिकारी मस्जिद के अंदर से सबूत जुटा रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि विस्फोटक किस तरह का था और इसे वहां तक कौन लेकर आया।
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घेराबंदी: मस्जिद के चारों ओर एक सुरक्षा घेरा बनाया गया है और संदिग्धों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है।
सीरिया में हिंसा का नया दौर
होम्स का यह इलाका लंबे समय से विद्रोहियों और सरकारी सेना के बीच संघर्ष का केंद्र रहा है। हालांकि, हाल के महीनों में स्थिति कुछ हद तक नियंत्रण में दिख रही थी, लेकिन इस ताज़ा हमले ने साबित कर दिया है कि स्लीपर सेल और आतंकी गुट अभी भी सक्रिय हैं। यह धमाका उस समय हुआ है जब क्षेत्र में तनाव चरम पर है और विभिन्न विद्रोही गुट अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं।
निष्कर्ष
धार्मिक स्थल पर इस तरह का हमला सीरिया की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है। गृह मंत्रालय ने संकल्प जताया है कि इस हमले के पीछे शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा और नागरिकों की रक्षा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस हमले की निंदा की है, क्योंकि बेगुनाह नमाजियों को निशाना बनाना किसी भी समाज के लिए असहनीय है।