जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल भवन गिरने की घटना के बाद शिक्षा विभाग ने विद्यालयों के निरीक्षण को तेज कर दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर खुद कई स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं, वहीं उनके आदेश पर विशेष अधिकारी सतीश कुमार गुप्ता ने भी कई स्कूलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई गंभीर खामियां सामने आईं। बगवाड़ा राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल की प्रिंसिपल बबीता सारस्वत के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए।
सुबह सवा सात बजे दौलतपुरा स्कूल से निरीक्षण शुरू हुआ, जिसमें 19 में से केवल 11 शिक्षक ही मौजूद मिले। प्रवेश द्वार पर गंदगी के ढेर और स्कूल परिसर की बदहाली देखकर प्रिंसिपल को साफ-सफाई करने और कचरा पात्र लगाने के निर्देश दिए गए।
बगवाड़ा विद्यालय की स्थिति बेहद खराब पाई गई। बच्चे खुले मैदान पर बैठ रहे थे, फर्नीचर कबाड़ बनकर कमरे में बंद था, रसोईघर गंदगी से भरा था और शौचालय की स्थिति भी खराब थी। प्रिंसिपल अपने कक्ष में मोबाइल पर बात करती मिलीं। नामांकन बेहद कम पाया गया, आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद मिला और पांच में से कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। विशेष अधिकारी ने संयुक्त निदेशक शिक्षा मंजू शर्मा को प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करने और आमेर ब्लॉक के सीबीईओ से तुरंत रिपोर्ट मांगी।
इसके बाद चौंप और बिलोची विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। चौंप में 23 स्टाफ में से केवल 8 उपस्थित थे और नामांकन 169 होने के बावजूद केवल 107 विद्यार्थी आए। बिलोची में छात्र कोष और विकास कोष की कैशबुक नौ महीने से अपडेट नहीं थी और शिक्षकों के हस्ताक्षर भी रजिस्टर में नहीं मिले। निरीक्षण में सामने आई इन खामियों पर विशेष अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई और सुधार के निर्देश दिए।