जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। गुरुवार को जयपुर समेत राज्य के सात जिलों में जोरदार बारिश हुई। जयपुर और सीकर जैसे शहरों में कई इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गईं, कुछ जगहों पर पानी की ऊँचाई 4 फीट तक पहुँच गई। इस स्थिति में कई गाड़ियां, जिनमें एम्बुलेंस भी शामिल थी, पानी में फंस गईं। लोगों ने मिलकर इन वाहनों को धक्का देकर सुरक्षित स्थान पर बाहर निकाला।
दौसा जिले में सुबह से बारिश शुरू हुई और जिले के मुख्यालय के अलावा सिकराय, महुवा, बांदीकुई और लालसोट इलाकों में भी बूंदाबांदी दर्ज की गई। अलवर के कई क्षेत्रों जैसे चिकानी, रामगढ़ और बहादुरपुर में हल्की बारिश हुई। धौलपुर जिले में बारिश का दौर बुधवार रात से जारी है, जहां जलभराव की वजह से बीमार बुजुर्ग महिला को चारपाई पर अस्पताल ले जाना पड़ा।
भरतपुर जिले के बयाना में गुरुवार तड़के लगभग दो घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। वहीं, डीग जिले में तेज बारिश के बीच एक मकान गिर गया। उदयपुर में भी शाम के समय वर्षा हुई। मौसम विभाग ने जयपुर से जारी जानकारी में बताया कि राज्य के 13 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है और 15 अगस्त को भरतपुर, कोटा, अजमेर और उदयपुर संभाग के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम केंद्र के अनुसार इस सीजन में अब तक राजस्थान में औसत से 52 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। सामान्य तौर पर 1 जून से 12 अगस्त तक 283.8MM बारिश होती है, लेकिन इस साल 431.2MM बारिश दर्ज की गई है। आगामी 16 और 17 अगस्त को उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जिससे बाढ़ और जलभराव का खतरा बढ़ सकता है।