जयपुर न्यूज डेस्क: देशभर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी जयपुर में भी पतंगबाजी का उत्साह चरम पर है। हालांकि, पतंगबाजी के दौरान हादसों की खबरें भी आ रही हैं। घायल हुए लोगों को तुरंत एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लाया जा रहा है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि मकर संक्रांति को देखते हुए ट्रॉमा सेंटर में मेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ा दी गई है। आर्थोपेडिक, जनरल सर्जरी, सीटीवीएस और न्यूरोसर्जन की चार विशेष टीमें तैनात की गई हैं, जिनमें प्रत्येक टीम में दो डॉक्टर शामिल हैं। इस तरह कुल 8 डॉक्टर 24 घंटे की शिफ्ट में उपलब्ध रहेंगे। आम दिनों में सीटीवीएस और न्यूरोसर्जन के डॉक्टर ऑन-कॉल उपलब्ध रहते हैं, लेकिन संक्रांति के मौके पर वे ट्रॉमा सेंटर में मौजूद रहेंगे।
डॉ. धाकड़ ने बताया कि बीते शाम से अब तक ट्रॉमा सेंटर में पतंगबाजी से घायल सात लोगों को लाया गया है। इनमें से तीन की हालत गंभीर है, जिनका इलाज जारी है। वहीं, अन्य चार मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। घायलों में सिर में चोट, होंठ कटने और अन्य मामूली चोटों के मामले ज्यादा देखे गए हैं।
मकर संक्रांति के मौके पर पतंगबाजी के साथ सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। डॉक्टरों ने भी लोगों से अपील की है कि वे पतंग उड़ाने के दौरान सावधानी बरतें ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।