जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान में स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले शिक्षा विभाग ने एक बार फिर निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। नए आदेश के मुताबिक, अब निजी स्कूल यूनिफॉर्म को हर साल नहीं बदल सकेंगे—कम से कम 5 साल तक वही यूनिफॉर्म चलानी होगी। साथ ही अभिभावकों को टाई, जूते, कॉपियां और अन्य जरूरी सामान खरीदने की पूरी छूट होगी। स्कूल अब किसी एक दुकान या विक्रेता से सामान खरीदने का दबाव नहीं बना सकेंगे।
यह चौथी बार है जब शिक्षा विभाग ने बीते छह सालों में इस तरह का आदेश जारी किया है, लेकिन अब तक इसका असर सीमित रहा है। अभिभावकों की शिकायतें बताती हैं कि कई स्कूल अब भी किताबों और यूनिफॉर्म की खरीद पर दबाव डालते हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्कूल प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि किताबें कम से कम तीन दुकानों पर उपलब्ध हों, और पाठ्यपुस्तकों पर स्कूल का नाम प्रिंट न किया जाए। किताबों की सूची और मूल्य स्कूलों को एक महीने पहले नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित करनी होगी।
इस बार राज्य में नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई से शुरू होगा, जो पहले मई में शुरू होता था। ग्रीष्मकालीन अवकाश को लेकर भी बड़ा बदलाव किया गया है। अब शिक्षकों की छुट्टियां 17 मई से 30 जून तक रहेंगी, जिससे करीब 4 लाख से ज्यादा शिक्षक लाभान्वित होंगे। विभाग की नई व्यवस्था से जहां बच्चों को राहत मिलेगी, वहीं शिक्षकों को भी एक तय समय पर आराम मिल सकेगा, जो पिछले कुछ वर्षों में बार-बार बदले गए नियमों के कारण मुश्किल में पड़ जाते थे।