जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के भांकरोटा में एक महीने पहले हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट और अग्निकांड की घटना को लोग शायद ही भूल पाए होंगे। इस हादसे में 20 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 4 लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे और इलाज के दौरान 16 और लोगों ने दम तोड़ दिया। हादसे के पीछे एनएचएआई की लापरवाही सामने आई थी, क्योंकि जिस कट से यू-टर्न लेते हुए यह हादसा हुआ था, वह कट नियम विरुद्ध था। इस लापरवाही को लेकर सवाल उठे थे और अब एक महीने बाद सरकार ने उस अवैध कट को बंद कर दिया है।
अब अजमेर की ओर जाने वाले वाहन जो जयपुर होकर टोंक और आगरा की दिशा में जाते हैं, उनके लिए नया मार्ग तय किया गया है। इन वाहनों को अब भांकरोटा तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी। महिंद्रा सेज फ्लाईओवर से रिंग रोड की तरफ जाने का एक वैकल्पिक रास्ता तैयार किया गया है, ताकि भारी वाहन इस मार्ग का उपयोग कर सकें। इस मार्ग का ट्रायल सफल होने के बाद शनिवार, 18 जनवरी से इस पर यातायात का संचालन शुरू कर दिया गया है।
भांकरोटा में 20 दिसंबर 2024 को हुए हादसे के दौरान एलपीजी टैंकर यू-टर्न ले रहा था, तभी एक ट्रेलर ने उसे टक्कर मार दी। इस टक्कर के बाद एलपीजी टैंकर के नोजल टूट गए और गैस का रिसाव होने लगा। कुछ ही समय में गैस फैल गई और स्पार्क की वजह से भयंकर आग लग गई। इस आग में 42 वाहन जल गए और 20 लोगों की मौत हो गई।
अब अजमेर की तरफ से आने वाले वाहनों को महिंद्रा सेज फ्लाईओवर से मोड़कर महिंद्रा सेज चौराहे की ओर जाना होगा। इसके बाद बंबोरिया, कलवाड़ा चौराहा और नेवटा होते हुए रिंग रोड की दिशा में जाना होगा। रिंग रोड पर बने अंडरपास को क्रॉस करने के बाद दाहिने मुड़कर 200 मीटर चलकर रिंग रोड पर चढ़ना होगा। यह नया रूट लगभग 13 किलोमीटर लंबा है, और यात्री की सुविधा के लिए साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं ताकि कोई वाहन चालक गलत रास्ते पर न भटके।