अयोध्या में रामलला के प्राकट्योत्सव को लेकर सोमवार को राजस्थान में उत्साह का माहौल रहा. पूरा क्षेत्र राममय हो गया। राजधानी जयपुर के रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हॉल के बाहर राम मंदिर का 35 फीट ऊंचा मॉडल बनाया गया है. यहां तीन सौ ड्रोनों ने आसमान में भगवान राम की आकृति बनाई। शाम को नगर में जुलूस निकाला गया। जुलूस पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए. इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और कई राजनेता महाआरती में शामिल हुए. राज्य के अन्य शहरों में भी जुलूस निकाला गया. मंदिरों में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
बीएसएफ जवानों ने किया रामायण का पाठ
पाकिस्तान सीमा के पास जैसलमेर में बीएसएफ के जवान रामायण का पाठ करते हैं. रामलला के निधन पर भजनलाल सरकार ने कई घोषणाएं की हैं. प्रदेश के सभी सात मंडलों से रोडवेज बस सेवा शुरू करने की घोषणा की गई है. साथ ही वरिष्ठ नागरिक योजना के तहत 31 मार्च तक तीन हजार लोगों को राम मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या ले जाया जाएगा.
विकास कार्यों की घोषणा
प्रदेश के पांच जिलों में 6 'श्री राम-जानकी औद्योगिक क्षेत्र' विकसित किये जायेंगे. ये औद्योगिक क्षेत्र कुंज बिहारीपुरा, सारसर, बलरिया, जटालाया, रामसर और राजास में विकसित किए जाएंगे। सरकार ने घोषणा की है कि सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य, प्रतापगढ़ में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए वन पथ, पुलिया और विकास कार्यों का निर्माण किया जाएगा।
मंदिरों को सजाया गया
राज्य के मंदिरों को रोशनी से सजाया गया. विशेष पूजा-अर्चना की गयी. साधु-संतों एवं पुजारियों का सम्मान किया जाता था। शाम को पूरे प्रदेश में दीये जलाने के साथ दिवाली की तरह आतिशबाजी की गई।
सीएम ने कहा, मैं भी कार सेवा में गया था
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, मुझे दो बार कार सेवा में जाने का मौका मिला है. हमारी संस्कृति को मिटाने का प्रयास किया गया, लेकिन इसे कोई नहीं मिटा पायेगा. जिन्होंने इसे मिटाने की कोशिश की. वे समाप्त करके चले गये।