जयपुर, 21 अगस्त 2025। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए विभिन्न मुद्दों पर प्रतिक्रियाएं दी। राठौड़ ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर कहा कि हमारे उम्मीदवार अनुभवी, योग्य एवं लंबे समय से राजनीति से जुड़े हुए है। हमें पूर्ण विश्वास है कि इस चुनाव में भाजपा की शानदार जीत होगी। राठौड़ ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष में अधिकांश नेता भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे हुए हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा, पूर्व वित्त मंत्री और उनके पुत्र सभी जमानत पर हैं। इसी कारण उन्हें भय सता रहा है। यही वजह है कि वे प्रस्तावित संवैधानिक संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे हैं।"
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि विपक्ष के कई नेता विभिन्न भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त हैं और न्यायालय से जमानत पर हैं। ऐसे में उन्हें यह डर सताने लगा है कि यदि कानून सख्त हुआ तो उन्हें जेल का सामना करना पड़ सकता है। यह वही स्थिति है, जिसे कहा जाता है — 'चोर की दाढ़ी में तिनका'। राठौड़ ने स्पष्ट किया कि यह विधेयक किसी एक दल या व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। इसमें प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री जैसे सभी पदों को भी शामिल किया गया है। फिर डर किसे होना चाहिए ? निश्चित ही हमें नहीं, क्योंकि हम स्वच्छ प्रशासन दे रहे हैं और हमारा व्यक्तिगत जीवन आदर्श, पारदर्शिता और उच्च नैतिक मूल्यों पर आधारित है।"
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि अभी तो यह बिल संयुक्त संसदीय समिति (JPC) में भेजा गया है,जिसमें सभी दलों के सदस्य होंगे। इसमें निष्पक्षता से निर्णय होगा। यह विधेयक किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ है। यदि छवि स्वच्छ है, तो डरने की कोई बात ही नहीं है।" उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं अमित शाह जी का आभार प्रकट करता हूँ, जिन्होंने यह साहसिक पहल की। उन्होंने यह दुनिया को दिखा दिया कि भाजपा वास्तव में 'एक अलग तरह की पार्टी' है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि भाजपा राष्ट्रहित में बड़े और साहसी निर्णय लेने के लिए प्रतिबद्ध है। राठौड़ ने कहा कि हम 'वन स्टेट, वन इलेक्शन' और वन नेशन, वन इलेक्शन' जैसे कानून की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे बार-बार होने वाले चुनावों के स्थान पर एक बार चुनाव होंगे और उसके बाद सभी जनप्रतिनिधि पूरी तरह से विकास कार्यों में लग सकेंगें।" उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्वाचन आयोग एक स्वतंत्र संस्था है और उसमें भाजपा का कोई हस्तक्षेप नहीं है।