भजनलाल सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले किरोड़ीलाल मीणा एक बार फिर मंत्री पद संभाल सकते हैं. इसके संकेत अब दिखने लगे हैं. किरोड़ीलाल मीणा पिछले दो दिनों से राज्य में आपदा प्रबंधन की स्थिति पर नजर रख रहे हैं. वह भजनलाल सरकार में ग्रामीण विकास और आपदा प्रबंधन विभाग संभाल रहे थे। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद किरोड़ी विभाग का कामकाज नहीं देख रहे थे. लेकिन अब अचानक किरोड़ी आपदा प्रबंधन विभाग में सक्रिय हो गए हैं. रविवार को उन्होंने राज्य में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव आनंद कुमार से बातचीत की. वहीं, किरोड़ी मंगलवार को पूर्वी राजस्थान के जिलों में जलभराव वाले इलाकों का दौरा करेंगे. आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी कहा कि किरोड़ी जल्द ही कार्यभार संभालेंगे. उन्होंने भावुक होकर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
पिछले दो दिन पहले किरोड़ी फिर से सक्रिय हो गया था
दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा चुनाव में दौसा सीट नहीं जीतने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कही थी. चुनाव परिणाम में बीजेपी दौसा लोकसभा सीट हार गई. जिसके बाद किरोड़ीलाल मीणा ने अपना इस्तीफा सीएम भजनलाल शर्मा को भेज दिया. इस बात का खुलासा खुद किरोड़ी ने 4 जुलाई को जयपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए किया था.
इसके बाद से किरोड़ी विभाग का कामकाज नहीं देख रहे थे. लेकिन पिछले दो दिनों से किरोड़ी प्रदेश में आपदा प्रबंधन को लेकर सक्रिय हैं. किरोड़ी ने रविवार को आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों से राज्य के हालात पर बातचीत की. मंगलवार को वह महुआ, वैर, (श्रीनगर) बयाना, हिंडौन, करौली, गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर में भारी बारिश के कारण बाढ़ वाले इलाकों के दौरे पर रहेंगे. इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर भी दी।
मदन राठौड़ के बयान ने राजनीतिक चर्चाओं को बल दे दिया है
पिछले दो दिनों से किरोड़ीलाल मीणा के सक्रिय होने के बाद उनकी मंत्री पद पर वापसी को लेकर राजनीतिक चर्चाओं ने जन्म ले लिया है. इस बीच आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के किरोड़ी को जल्द कार्यभार संभालने के बयान के बाद इन सियासी चर्चाओं को बल मिल गया है. मदन राठौड़ ने आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किरोड़ीलाल मीणा जल्द ही मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. मैंने उनसे बात की है और मुझे विश्वास है कि मैं उन्हें समझाने में सफल रहूंगा. उन्होंने भावुक होकर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. जिसे स्वीकार नहीं किया गया है. न ही इसे स्वीकार किया जाएगा.