कांग्रेस पार्टी एक घोर सांप्रदायिक और तुष्टिकरण वाली पार्टी है तो कांग्रेस के वरीष्ठ नेता प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा का बयान कोई चौंकाने वाला बयान नहीं है ये कांग्रेस की संस्कृति है सनातन का अपमान करना, संतो का अपमान करना। जिस तरह से उन्होंने एक पीठ के महंत का अपमान किया है सनातन समाज समिति के जो समाज के अध्यक्ष है संत समाज के अध्यक्ष है, उनका अपमान किया है तो कांग्रेस के लिए कोई सामान्य बात है, लेकिन निश्चित रूप से मैं मानता हूँ की जीस तरह से कांग्रेस पार्टी का चाल चल चरित्र है पूरे देश में कांग्रेस को नकार दिया गया उसका मूल कारण ये है की लगातार वो सनातन में प्रहार करना है।
कांग्रेस पार्टी जिस तरह संतो पर प्रहार करती हैं, ये वही कांग्रेस पार्टी है जिसके शासनकाल में आपने देखा कि भरतपुर में संत लंबे समय तक अनशन पर बैठे रहे अवैध खनन को रोकने के लिए और बाद में उनको आत्मदाह करना पड़ा, ये वहीं कांग्रेस पार्टी है जिसके शासन काल में कई संतों की हत्याएं हुई, ये वही कांग्रेस पार्टी है जिसके शासन काल में केरल में कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़क के चौराहे पर गाय काटकर खाई तो इस पार्टी से ज्यादा कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। ऐसे नंदिनी और गो बयान लगातार ये देते हैं जो सनातन का अपमान होता है।