पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी और विधानसभा से छह कांग्रेस सदस्यों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस ने जयपुर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने राजधानी में विधानसभा का घेराव किया। सहखार मार्ग के पास एक मंच बनाया गया था जहां से घेराबंदी शुरू होनी थी। मंच पर लोकसभा सांसद उम्मेद राम बेनीवाल और हरीश मीना सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, कई विधायक, पूर्व मंत्री और पदाधिकारी मौजूद थे। दूसरी ओर सदन में भी विपक्ष का प्रदर्शन जारी रहा। आज यातायात जाम को रोकने के लिए भी प्रयास किए गए। छह निलंबित सदस्यों को बहाल करने पर सहमति बन गई है।
नेता भाषण देते रहे, कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछार होती रही
वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने सहकारी मार्ग पर 22 गोदाम सर्किल के पास स्थापित मंच से अपने भाषण दिए। इसमें लोकसभा सांसद राहुल कस्वां, उम्मेद राम बेनीवाल, सांसद हरीश मीना, पूर्व मंत्री शकुंतला रावत, ममता भूपेश, प्रताप सिंह खाचरियावास, मुरारी लाल मीना, गोविंद राम मेघवाल, शाले मोहम्मद, हरीश चौधरी, कृष्णा पूनिया, बीडी कल्ला, संयम लोढ़ा, डा. इस अवसर पर अर्चना शर्मा, नसीम अख्तर, सुनीता गठला, बाबूलाल नागर सहित कई अन्य पार्टी नेता उपस्थित थे। संबोधन के बाद जब वे सभा को घेरने के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया। जब आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स हटाकर आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पानी की बौछारें छोड़ी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। कुछ कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स पर चढ़ने की कोशिश की लेकिन उन्हें नीचे धकेल दिया गया और पीछे धकेल दिया गया। बाद में जब उत्तेजित कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा बढ़ गया और वे पुलिस पर हावी होने लगे तो पुलिस ने पानी की बौछारें करके प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया। पानी के दबाव के कारण कई मजदूर घायल होकर सड़क पर गिर पड़े। पुलिस की इस कार्रवाई से वहां अराजकता का माहौल पैदा हो गया।
कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
जब विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया तो पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार करके प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करते हुए कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। मंच के पीछे से नेताओं ने आगे बढ़ने की कोशिश की। उसे गिरफ्तार कर पुलिस वाहन में डाल दिया गया। मजदूर हंगामा कर रहे थे और सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। उन्हें भी जबरन गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि किसी भी पार्टी नेता ने कभी भी प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्दों का प्रयोग नहीं किया है, लेकिन भाजपा के मंत्री पूर्व प्रधानमंत्री के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।