जयपुर न्यूज डेस्क: टैक्स चोरी करने वालों पर शिकंजा कसने वाले सीजीएसटी विभाग के अफसर खुद सीबीआई के जाल में फंस गए हैं। सेंट्रल जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर रतिराम मीणा के खिलाफ सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी ने जयपुर और अहमदाबाद स्थित उनके कई ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। तीन दिनों तक चली इस कार्रवाई में अफसर के ठिकानों से करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
सीबीआई की जयपुर यूनिट ने कुछ महीने पहले मिली शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की। शिकायत में कहा गया था कि रतिराम मीणा ने अपनी वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है। जांच के दौरान यह शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद कोर्ट से वारंट लेकर सीबीआई ने छापेमारी शुरू की। जांच में पता चला कि मीणा की संपत्ति उनकी घोषित आय से लगभग 100 गुना ज्यादा है।
सीबीआई की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मीणा के पास करीब 2.54 करोड़ रुपए की संपत्ति है, जिसमें कई प्लॉट, दुकानें, कृषि भूमि, म्यूचुअल फंड, एफडी और पीपीएफ में निवेश के दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा 35 लाख रुपए मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण भी बरामद हुए हैं। सीबीआई को दो लॉकरों का भी पता चला है, जिन्हें खोलने के बाद और संपत्ति मिलने की संभावना जताई जा रही है।
एजेंसी को संदेह है कि रतिराम मीणा ने यह संपत्ति अपने परिवार के नाम पर की है। दस्तावेजों में उनकी पत्नी मोहिनी मीणा और बेटे गौरव मीणा के नाम से कई संपत्तियां दर्ज हैं। जांच एजेंसी का मानना है कि अफसर ने अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्तियों को इन्हीं के नाम पर ट्रांसफर किया था। सीबीआई फिलहाल सभी बैंक खातों, निवेश और लेन-देन की जांच कर रही है।