जयपुर, 16 जनवरी 2025: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के गैर जिम्मेदाराना बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता की शपथ ली है, लेकिन उनके बयान से यह स्पष्ट हो गया कि उनकी निष्ठा भारत के प्रति नहीं है। उनकी गतिविधियां और उनके बयान राष्ट्र हित में नहीं है। राहुल गांधी की भारत की बजाए इटली के प्रति निष्ठाएं उजागर हो रही है। भारत स्टेट के खिलाफ बयान देने वाले राहुल गांधी या तो शब्दों का चयन सही नहीं कर पा रहे है या फिर उनके अन्तकरण में जो भाव है वो खुलकर सामने आ रहे है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि इंडियन स्टेट से संघर्ष करने के बयान का क्या मतलब है!, इसे राष्ट्रीय चरित्र तो माना नहीं जाएगा। आज इस देश का प्रत्येक नागरिक राष्ट्रीयता को उच्चतम स्तर पर पहुंचाने के लिए प्रयत्नशील है। लेकिन विपक्ष के भाव कुछ ओर है। लोकतंत्र में विपक्ष राजनीतिक विरोध कर सकता है, लेकिन वो राष्ट्र से संघर्ष करने जैसा बयान जारी करें, यह ठीक नहीं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी पार्टी की राजस्थान इकाई के बयानों का तो पता ही नहीं है। कांग्रेस की राजस्थान ईकाई के नेता आरएसएस की तर्ज पर शाखाएं लगाने के लिए घोषणा कर रहे है। ऐसे में मेरा उनको आमंत्रण है कि आप आरएसएस की शाखाओं में ही आ जाओ, वहीं से आप को प्रशिक्षण प्रदान कर दिया जाएगा। राठौड़ ने कहा कि आरएसएस राष्ट्रीय चरित्र वाला संगठन है, यहां देश के अहित में कभी कोई कार्य नहीं किया जाएगा। आरएसएस में देश के हित को ध्यान में रखकर कार्य योजनाएं बनाई जाती है।
इसके प्रत्येक व्यक्ति के आचरण, व्यवहार और गतिविधियों में राष्ट्र भक्ति ही देखने को मिलेगी, लेकिन विपक्ष के नेता की यह बयानबाजी राष्ट्र के प्रति वफादारी वाली शब्दावली नहीं है। भारत की व्यवस्था से जो संघर्ष करने का बयान दें, उसे राष्ट्रीय चरित्र नहीं माना जाएगा। कांग्रेस कोई भी कार्य करें, लेकिन देश की छवी खराब करने वाला या देश के अहित में कोई भी कार्य ना करें। कांग्रेस के नेता को अपनी दादी से सिखना चाहिए।