जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को मिली जान से मारने की धमकी के मामले में जयपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। विधायकपुरी थाना पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान रिंकू, शहज़ाद खान, जयनारायण मीणा और राकेश जोशी के रूप में हुई है। दौसा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में धमकी भरे कॉल के बाद शुरू हुई थी। पुलिस के अनुसार, रिंकू, जो फिलहाल पॉक्सो एक्ट के तहत दौसा जेल में सजा काट रहा है, ने कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री को धमकी दी थी, जिसके बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस जांच में सामने आया कि जेल में बंद रिंकू को मोबाइल फोन और सिम कार्ड उपलब्ध कराने में अन्य आरोपियों की भूमिका रही। शहज़ाद खान ने जेल में मोबाइल पहुंचाया था, जबकि जयनारायण मीणा के नाम पर खरीदे गए दो सिम कार्ड का इस्तेमाल हुआ। सरकारी कंपाउंडर राकेश जोशी ने 1500 रुपये लेकर शहज़ाद के जरिए यह मोबाइल और सिम रिंकू तक पहुंचाया। इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी एडिशनल डीसीपी साउथ ललित शर्मा कर रहे हैं, जबकि डीसीपी साउथ दिगंत आनंद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। विधायकपुरी थाना प्रभारी बी.एल. मीणा के नेतृत्व में चारों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, और पुलिस ने कोर्ट से दो दिन का रिमांड भी हासिल कर लिया है।
इस घटना के बाद जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कैदियों तक मोबाइल फोन कैसे पहुंचा। पुलिस कार्रवाई के बाद दौसा जेल के जेलर राजेश डूकिया को हटा दिया गया और उन्हें एपीओ कर दिया गया। उनके स्थान पर विकास भगोरिया को नया जेलर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, हेड वार्डर रामप्रसाद और वार्डर महेंद्र मीणा को निलंबित कर दिया गया, जबकि होमगार्ड रामनारायण के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री को जेल से धमकी दी गई हो। इससे पहले भी दौसा जेल में बंद एक कैदी ने ऐसा किया था। हालांकि, इस बार पुलिस और जेल प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। मामले की आगे की जांच जारी है और पुलिस अन्य संभावित संलिप्त लोगों तक भी पहुंचने की कोशिश कर रही है।