जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए 30 ठगों को गिरफ्तार किया है। वेस्ट जिला पुलिस ने ऑपरेशन ‘साइबर शील्ड’ के तहत यह कार्यवाही की, जिसमें जयपुर के छह थाना क्षेत्रों में 40 जगहों पर छापेमारी की गई। गिरफ्तार किए गए ठगों में कुछ श्रीलंका से साइबर ठगी की ट्रेनिंग लेकर आए थे, जो अब जयपुर में अन्य साइबर ठगों को प्रशिक्षण दे रहे थे। इसके साथ ही दो नाबालिगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर (क्राइम) कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि डीसीपी (वेस्ट) अमित कुमार बुडानिया के नेतृत्व में यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक चलाया गया। पुलिस ने आठ अलग-अलग साइबर ठग गैंगों के खिलाफ एक साथ कार्रवाई की, जिसमें बाबा के भेष में ठगी करने वाले तीन ठग भी शामिल थे। पुलिस ने ठगों के बैंक खातों से 30 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को फ्रीज करवा लिया है।
पुलिस ने जब इन ठगों के ठिकानों पर दबिश दी, तो उन्हें कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल, टीवी और बैंक अकाउंट की जानकारी मिली। इन ठगों का नेटवर्क बहुत बड़ा है और जांच में यह सामने आया है कि इन गैंगों के तार विदेशों से जुड़े हुए हैं। कई ठगों ने श्रीलंका में ट्रेनिंग ली और वहां से सीखे गए तरीकों को अन्य ठगों को सिखाया, जिससे ठगी के नए तरीकों का विकास हुआ।
राजस्थान सहित पूरे देश में साइबर ठगी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। साइबर ठग लोगों की वित्तीय जानकारी हासिल कर उन्हें डिजिटल तरीके से फंसाते हैं और लाखों रुपये की ठगी करते हैं। पिछले कुछ महीनों में जयपुर और जोधपुर में डिजिटल अरेस्ट के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें खासतौर पर रिटायर्ड अधिकारी और महिलाएं ठगी के शिकार बने हैं।