जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस समय में राजस्थान के कई जिलों में सांप्रदायिक दंगे भडके हुए हैं अभी हाल ही राजस्थान के करौली जिलें में दंगे हुए थे जिसके कारण वहा पर धारा 144 लागू की गई थी । इसके बाद भरतपुर में भी कुछ वैसा ही हुआ और इसके अलावा राजस्थान के जोधपर में भी कुछ ऐसा ही हुआ हैं । मगर अब सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा होता क्यों हैं । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, पुलिस-प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है मगर शायद लोगों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा हैं । इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन लोगों से अफवाहों को नहीं फैलाने की भी गुजारिश कर रहा हैं मगर लोगों पर इसका भी कोई असर नहीं हो रहा हैं । हाल ही में, इस बीच एक मुस्लिम लडके का ट्विट आजकल सोशल मीडिया पर काफी तेजी से फैल् रहा हैं जिसमें कहा जा रहा है कि,राजस्थान सरकार ने रात 12 बजे खुलवाया कोर्ट और करवाई 8 मुस्लिमों की जमानत करवाई मगर इस मामले में कितनी सच्चाई हैं आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे । बता दें कि, इस ट्विट को लेकर राजस्थान सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं ।

क्या है ट्वीट में?
दरअसल, सोशल मीडिया पर 'मुश्ताक अहमद' नाम के यूजर के ट्वीट का स्क्रीनशॉट काफी शेयर किया जा रहा है, जिसमें लिखा गया है कि, कल रात को 12 बजे कोर्ट खुला और मेरी, मेरे 3 बेटों, 1 भतीजे और 3 दामादों यानी कुल 8 लोगों की जमानत करवाई गई और हमें पुलिस की गाडी में घर भी भेजा गया, जिसके लिए हम सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं और अल्ला ताला से दुआ करते हैं कि, ऐसा मुख्यमंत्री हर सूबे में दे, जो मुसलमानों का हर जगह साथ देता है । इसके आगे लिखा गया है कांग्रेस जिंदाबाद । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, ये ट्विट 5 मई का है जो कि आजकल सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा हैं ।
करौली हिंसा में आया था मुश्ताक का नाम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि, हिंदू नववर्ष पर करौली में हिंसा हुई थी और उसी हिंसा में इस युवक का नाम मतलूब अहमद और मुश्ताक अहमद सामने आया था । इसके साथ ही इस बात का दावा भी किया जा रहा है कि, ये ट्विट इस शख्स का है मगर जब इस मामले की गहराई से जांच की गई तो तो सच्चाई कुछ और ही निकली ।
जानिए, क्या है सच्चाई?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, स्क्रीनशॉट पर जो नाम दिया गया था, जब हमने उसे ट्विटर पर खोजा तो वो ट्विटर हैंडल ही नहीं मिला । इसके अलावा जब ट्वीट में लिखे शब्दों के माध्यम से ट्विट को खोजन की कोशिश की गई तो वो भी नहीं मिला । इसके बाद हमने इसे ट्विटर के दूसरे ट्वीट से मिलाया तो पता चला कि इसका डिजाइन अन्य ट्वीट के डिजाइन से अलग है तो ऐसे में एक बात तो साफ हो जाती हैं कि, इसे फोटोशॉप से एडिट किया गया है और उसके बाद इसको तैयार किया गया हैं । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, जोधपुर पुलिस ने इस खबर का खंडन किया हैं और कहा है कि, यदि आपको ये और इस प्रकार का कोइ भी ट्विट मिलता है तो आप सतर्क रहें और उस आगे शेयर ना करें ।