आज पूरी दुनिया कोरोना महामारी से लड रही हैं और ये अभी की बात नहीं हैं ये पूरे दो साल की बात हैं जबकि पूरी दुनिया करीब 2 साल से कोरोना महामारी से लड़ रही हैं मगर ये बीमारी अभी तक खत्म होने का ना नहीं ले रही हैं । आपको बता दें कि, पूरी दुनिया में वर्ष 2019 के अंत में कोरोना महामारी फैली थी और अब तक लाखों लोग इस लाइलाज बीमारी से अपनी जान गंवा चुके हैं और पूरी दुनिया में लाखों लोग अभी तक इस बीमारी की चपेट में हैं । बता दें कि, बीते वर्ष ही वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाई थी और इसके साथ पूरे विश्व में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान जारी है । मगर अब इसकी वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है कि, ये दवा नहीं बल्कि कीटनाशक हैं ।
बता दें कि, अब सोशल मीडिया पर अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन को लेकर एक अजीबोगरीब दावा किया जा रहा हैं । आपकी जानकारी के के लिए बता दें कि, सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में बताया जा रहा है कि, अमेरिकी सेना ने कई जगहों पर छापेमारी की जिसमें पता चला है कि, मॉडर्ना की कोविड वैक्सीन में कीटनाशक मौजूद है और इतना ही नहीं अब तक करीब 250,000 शीशियों को नष्ट भी किया जा चुका हैं । इसके आगे पोस्ट में ये भी बताया जा रहा है कि, 60 शीशियों में से 10 में साइपरमेथ्रिन और रेस्मेथ्रिन पाया गया हैं जो कि विशेष रूप से कीटनाशको में मौजूद होता हैं और ये इंसानो की तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे आप बीमारी हो सकते हैं ।
अब आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, जब हमारी टीम ने इस पोस्ट की सच्चाई का पता लगाया तो पाया कि, ऐसा कुछ भी नहीं हैं । इतना ही नहीं जब हमने अमेरिकी मीडिया से इस पोस्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि, उन्होंने ऐसी कोई पोस्ट नहीं डाली हैं और इस तरह की किसी भी खबर को लेकर पुष्टि नहीं की । उसका कहना है कि एक साल में इस तरह की कोई खबर उनके द्वारा प्रकाशित नहीं की गई हैं । हालांकि, एक व्यंग्य वाली साइट पर मजाक के तौर इस तरह की कुछ खबरें प्रकाशित की गई थी जिसका कोई मतलब नही था । इस खबर को कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर ऐसे ही वायरल किया था तो आप लोगों से अपील की जाती है कि आप ऐसी किसी खबर को सही नहीं मानें और ना ऐसी किसी खबर को आगे शेयर करें ।
आपको बता दें कि, कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में इस वैक्सीन का खूब उपयोग हो रहा है और ये दवा एकदम सहीं हैं इससे आपको किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा ।
आपको बता दें कि, इसमें हमारी कोशिकाओं को कोरोना वायरस का स्पाइक प्रोटीन बनाने के लिए आनुवंशिक निर्देश होते हैं और इस वैक्सीन को WHO ने भी मंजूरी दी है ।