दोस्तों, हर साल आज ही के दिन यानी 11 मई को ही राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस दिन को विभिन्न वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा की गई कई तकनीकी प्रगति के उपलक्ष में मनाया जाता हैं । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि को बढावा देना हैं ।
शायद आपको पता नहीं होगा मगर, 11 मई 1998 को, भारत ने राजस्थान में पोखरण टेस्ट श्रृंखला में अपना दूसरा परमाणु परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया था और उसके बाद भारत के तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जी ने साल 1999 में घोषणा की कि 2022 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाएगा और यहीं कारण है कि, इस दिन को तभी से भारत में मनाया जाता है ।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस परमाणु परीक्षण को सफल बनाने में वैज्ञानिक अब्दुल कलाम आजाद की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका थी और उनके ही मार्गदर्शन में ये परमाणु परीक्षण किया गया था और भारत उन देशों की सूची में शामिल हो गया जिनके पास परमाणु शकित् हैं । बता दें कि, इस दिन को मानने के लिए हर साल एक थीम रखी जाती हैं और इस साल भी इस दिन को मनाने के लिए एक थीम रखी गई हैं । इतना ही नहीं, इस दिन के मौके पर देश में कई तरह की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं ।
इसे मनाने का उद्देश्य क्या है :—
जैसा कि, हम आपको पहले भी बता चुके है कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश में विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि को बढाना हैं । इस दिन सभी विज्ञान संस्थानों जैसे राष्ट्रीय और अन्य विज्ञान प्रयोगशालाओं, विज्ञान अकादमियों, स्कूलों और कॉलेजों और प्रशिक्षण संस्थानों में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ।
राष्ट्रीय तकनीकी दिवस के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य—
आपको बता दें कि, 11 मई 1998 को पहले स्थानीय रूप से डिजाइन किए गए विमान 'हंस-3' का परीक्षण बैंगलोर में किया गया थाा और 11 मई 1998 के दिन ही भारत ने त्रिशूल मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया था। ऑपरेशन शक्ति (पोखरण-2) का परीक्षण भी 11 मई 1998 के दिन ही किया गया था ।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस थीम 2022 - एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण