मुंबई, 06 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड के भारतीय बिजनेसमैन को लेकर दिए एक बयान के बाद उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है। प्रचंड ने बीते दिन एक बुक लॉन्च इवेंट के दौरान कहा था कि भारतीय बिजनेसमैन सरदार प्रीतम सिंह ने उन्हें प्रधानमंत्री बनवाने की कोशिश की थी। प्रचंड ने कहा, मुझे पीएम बनाने के लिए सिंह ने कई बार दिल्ली का दौरा किया था और काठमांडू में कई नेताओं के साथ बैठक की थी। उनके इस बयान को वहां की विपक्षी कम्युनिस्ट पार्टी नेपाल के मामलों में भारत के दखल के तौर पर पेश कर रही है।
तो वहीं, CPN-UML के गठबंधन वाली नेपाल की विपक्षी पार्टी ने प्रचंड के बयान का मुद्दा वहां की संसद में भी उठाया। इसके चलते कई बार संसद की कार्यवाही बाधित हुई। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और CPN-UML के चेयरमैन केपी शर्मा ओली ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रचंड के बयान ने नेपाल के सम्मान और आजादी को गहरी चोट पहुंचाई है। वहीं, विपक्षी पार्टी UMLके सांसद रघुजी पंत ने संसद में कहा- हमें दिल्ली से चुना गया प्रधानमंत्री नहीं चाहिए। विपक्ष के हंगामे के बीच प्रधानमंत्री प्रचंड ने भारतीय बिजनेसमैन सरदार प्रीतम सिंह को लेकर दिए बयान का बचाव किया है। उन्होंने कहा- हंगामा करने के लिए मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है। प्रचंड ने कहा, मैं अपने बयान के जरिए सिर्फ ये बताना चाहता था कि सरदार प्रीतम सिंह सिर्फ सोशल सर्विस और ट्रांसपोर्ट के बिजनेस में ही दिलचस्पी नहीं रखते थे। बल्कि वो राजनीति में भी काफी इंटरेस्ट लेते थे।