जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान में बाढ़ के कारण पीने के पानी की भी कमी हो गई है। अब जलदाय विभाग पूरी तरह अलर्ट पर है। पीएचईडी सचिव डॉ. समित शर्मा ने इंजीनियर्स को फील्ड में रहकर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ से हालात कई जगहों पर बिगड़ चुके हैं।
राजस्थान के करौली, हिंडौन, भरतपुर, पाली और जयपुर सहित कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बाढ़ से पानी का संकट बढ़ गया है क्योंकि बिजली बंद होने से पंप हाउस नहीं चल पा रहे हैं और पाइपलाइनों में कचरा फंस गया है, जिससे पानी की सप्लाई बाधित हो रही है।
इन हालातों में जलदाय सचिव डॉ. समित शर्मा ने इंजीनियर्स को निर्देश दिए हैं कि बिजली न मिलने पर जनरेटर किराए पर लेकर पंप हाउस चालू करें और पानी के टैंकर से सप्लाई सुनिश्चित करें। हिंडौन, भरतपुर और करौली में बाढ़ के कारण पेयजल आपूर्ति रुक गई थी, जिसे बहाल करना जरूरी है।
जल स्वास्थ्य सचिव ने बोरवेल और ट्यूबवेल के खुले हिस्सों को ढकने के लिए कहा है ताकि बच्चों के गिरने की घटनाएं रोकी जा सकें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति से पहले डिसइन्फेक्शन करने की भी सलाह दी गई है।
अब देखना होगा कि जलदाय सचिव के निर्देशों का कितना असर दिखेगा। कितने इंजीनियर्स बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेहनत करके लोगों तक पानी पहुंचा पाएंगे, क्योंकि फिलहाल हालात बिगड़े हुए हैं।