जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के JECC ग्राउंड में 3 नवंबर को होने वाले दिलजीत दोसांझ के म्यूजिक कॉन्सर्ट के खिलाफ राजस्थान की भाजपा सरकार के विधायक बालमुकुंद ने अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज के लिए कोई लाभ नहीं देते।
उन्होंने यह भी कहा कि हर किसी का अपना मनोरंजन है, लेकिन उनके लिए जो सबसे महत्वपूर्ण है वह है भक्ति। उनका मानना है कि भजन और सत्संग का आयोजन होना चाहिए, क्योंकि इससे अच्छे विचार मिलते हैं और जीवन में सुधार के लिए मार्गदर्शन मिलता है। ऐसे कार्यक्रम समाज को कुछ सकारात्मक नहीं देते हैं।
उन्होंने पंजाबी भाषा की सराहना की और कहा कि पश्चिमी सभ्यता और म्यूजिक के बारे में उनकी राय नकारात्मक है। जो लोग इसे पसंद करते हैं, वे सुन सकते हैं, लेकिन यह उनकी पसंद नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनका व्यक्तिगत विचार है और उनका किसी से कोई दुश्मनी नहीं है।
हर किसी की अपनी पसंद होती है, और यह पूरी तरह से वैध है। कुछ लोगों को दिलजीत पसंद हैं, जबकि दूसरों को पश्चिमी संगीत पसंद आ सकता है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत भावनाओं का मामला है और जो भी जिसे अच्छा लगे, उसे सुनना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है और ना ही किसी प्रकार का विरोध है।
उन्होंने रामभद्राचार्य जी की कथा सुनने का सुझाव दिया और कहा कि अनगिनत संत-महात्मा और ऋषि आते हैं। यदि लोग सुनना चाहते हैं, तो उन्हें यह सुनना चाहिए। उन्होंने गीता के उपदेश को भी सुनने की बात कही और भगवान कृष्ण को प्रेरणा का स्रोत मानने की सलाह दी। अंत में, उन्होंने कहा कि जो भी कानफाड़ म्यूजिक पसंद करता है, वह उसे सुन सकता है क्योंकि सबकी पसंद अलग होती है।