जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान में गुरुवार सुबह का समय हल्की दहशत के बीच बीता, जब जयपुर, सीकर, झुंझुनूं समेत कई जिलों में करीब 10 सेकेंड तक धरती कांपती रही। सुबह 9 बजकर 5 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई, जिसका केंद्र हरियाणा के झज्जर में था। जमीन के 10 किलोमीटर नीचे आए इस झटके को कई लोगों ने महसूस किया, हालांकि किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
कई इलाकों में लोग हल्के कंपन के बाद घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। कुछ जगहों पर लोग पहले से सचेत दिखे, जबकि कई को समझ ही नहीं आया कि ये भूकंप है या कुछ और। मौसम विभाग ने पुष्टि की कि ये भूकंप का झटका था, पर इसकी तीव्रता ज्यादा नहीं थी, इसलिए अफरातफरी जैसी कोई स्थिति नहीं बनी।
ये पहला मौका नहीं है जब राजस्थान में इस साल भूकंप महसूस किया गया हो। फरवरी में भी प्रदेश के कई जिलों में धरती हिली थी। 2 फरवरी को बीकानेर में 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र जसरासर के पास था। वहीं 13 फरवरी को जालोर और सिरोही जिलों में भी झटके दर्ज किए गए थे, जो 3.4 तीव्रता के थे।
राजस्थान भले ही भूकंप के लिहाज़ से ज्यादा संवेदनशील नहीं माना जाता, लेकिन लगातार आ रहे झटकों ने लोगों को सतर्क कर दिया है। विशेषज्ञों की मानें तो कम तीव्रता के ऐसे झटके चेतावनी हो सकते हैं कि भविष्य में सुरक्षा उपायों को लेकर तैयारी रखी जाए।