जयपुर न्यूज डेस्क: अलवर में बारिश के बाद डेंगू का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, जिससे लोगों में डर का माहौल है। बीते 20 दिनों में डेंगू से जिले में दो लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले 14 अक्टूबर को भी एक व्यक्ति की मौत डेंगू के कारण हुई थी। वहीं, डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बावजूद नगर निगम ने अब तक मच्छरों के नियंत्रण के लिए फॉगिंग अभियान शुरू नहीं किया है, जिससे हालात और गंभीर हो रहे हैं।
मौसमी बीमारियों की वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और डेंगू के मामलों में भी इजाफा देखा जा रहा है। रविवार को अलवर के रहने वाले एक युवक, अतुल कुमार माथुर, की डेंगू से मौत हो गई। वह पिछले कई दिनों से बीमार थे और जयपुर में उनका इलाज चल रहा था। इसी तरह, 14 अक्टूबर को थानागाजी के खेड़ा गांव के 14 साल के बच्चे की भी डेंगू से जान चली गई थी। इसके अलावा, अलवर में स्क्रब टायफस के भी कई मामले सामने आ रहे हैं। 28 सितंबर को कोटकासिम के संदीप की स्क्रब टायफस से मौत हो गई थी।
राजकीय राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में इस साल अब तक डेंगू के कुल 156 पॉजिटिव केस और स्क्रब टायफस के 254 केस दर्ज किए गए हैं। केवल पिछले सप्ताह में डेंगू के 27 नए मामले सामने आए हैं, जिससे चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है। नगर निगम की ओर से फॉगिंग जैसे एहतियाती कदम अब तक कागजों तक सीमित हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बना हुआ है और लोग अधिक सतर्क हो गए हैं।