जयपुर न्यूज डेस्क: हवामहल से बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने एक वेज बिरयानी के ठेले पर नाराजगी जाहिर की, जिस पर 'जय श्री श्याम' लिखा हुआ था और बाबा श्याम की तस्वीर भी लगी थी। विधायक ने स्टॉल संचालक को फटकार लगाते हुए इसे धार्मिक भावना का अपमान बताया और व्यवसाय को धर्म से अलग रखने की नसीहत दी।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में बालमुकुंद आचार्य स्टॉल संचालक से कहते हैं, "मुगलिया फूड है ये। सनातन धर्म के देवता श्याम का नाम और तस्वीर यहां लगाना उचित नहीं है। आपको बिरयानी बेचना है तो बेचें, लेकिन भगवान के नाम और तस्वीर के साथ व्यापार न करें।" उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस तरह के नामकरण जारी रहेगा, तो भविष्य में 'श्याम चिकन' जैसे शब्द भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जो पूरी तरह से अनुचित हैं।
विधायक ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी अपनी राय दी और कहा कि उन्हें यह देख कर गहरा दुख हुआ। उन्होंने लिखा कि एक सड़क किनारे के फूड स्टॉल पर बाबा श्याम के नाम और उनकी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था, जो उनके लिए अत्यंत पीड़ादायक था। विधायक ने यह भी कहा कि व्यवसाय करना सबका अधिकार है, लेकिन धर्म का अपमान किसी भी रूप में सहन नहीं किया जा सकता।
इस बयान के बाद से यह मुद्दा सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। बालमुकुंद आचार्य के समर्थन और विरोध दोनों ही पक्षों से प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं, और इस मुद्दे ने धार्मिक भावना और व्यवसाय के बीच की सीमा को लेकर बहस को तेज कर दिया है।