झुझुनू । भारतीय जनता पार्टी द्वारा स्थानीय सूचना केंद्र सभागार में आयोजित संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर सम्मान समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एव पूर्व में राजस्थान प्रदेश के प्रभारी रहे अरुण सिह ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को कांग्रेस ने बार बार धोखा दिया जबकि भाजपा ने सदैव उनका सम्मान किया । कांग्रेस ने डा अम्बेडकर की हमेशा उपेक्षा की और उनको हराने की साजिश तक रची । सन 1937 के बॉम्बे प्रेसीडेंसी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाबा साहेब डा भीमराव अंबेडकर को हराने के प्रयास में प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी बालू पालवानकर को उनके ख़िलाफ़ मैदान में उतारा।बाबा साहेब की छवि ने उनको चुनाव में विजय दिलाई परंतु कांग्रेस के इस प्रयास ने डा अंबेडकर के प्रति उनकी विरोधी भावना को स्पष्ट कर दिया ।
संविधान सभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका विरोध किया कि उनको संविधान सभा में शामिल नहीं किया जाए । हिंदू महासभा के नेता और जवाहरलाल नेहरु के मुखर आलोचक श्री एम आर जयकर ने पुणे से अपनी सीट से इस्तीफ़ा दे दिया तत्पश्चात डा अंबेडकर संविधान सभा के लिए उस सीट से चुने जा सके । अर्थ शास्त्र और क़ानून में अकेले भारतीय पी एच डी होने के बावजूद भी नेहरू मंत्री मण्डल में उन्हें रक्षा और विदेश मामलों की प्रमुख कैबिनेट समितियों से बाहर रखा । यहाँ तक कि नियमित जिम्मेदारिया और विभागों का आवंटन भी उन्हें नहीं किया । प्रधानमंत्री नेहरू के इंग्लैंड जाने के बाद उन्हें आर्थिक मामलों की समिति में शामिल किया तो नेहरू ने भारत आते ही उन्हें हटा दिया ।
बाबा साहेब ने अपने पत्र में लिखा कि कांग्रेस सरकार दलितों के मुद्दों की उपेक्षा कर रही है और केवल मुसलमानों पर ध्यान केंद्रित कर रही है । बाबा साहेब का विरोध नेहरू द्वारा कश्मीर मुद्दे के प्रबंधन पूर्वी पाकिस्तान जो अब बांग्लादेश है में हिंदुओं की रक्षा के प्रति निष्क्रियता पर आधारित था । अरुण सिह ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को भारत रत्न देने से इनकार किया जबकि सन 1990 में भाजपा समर्थित सरकार ने डा भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित कर उनके संविधान निर्माण और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में अमूल्य योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी । कांग्रेस में नेहरू, इंदिरा की सरकारों ने संसद में बाबा साहेब के चित्र को स्थान नहीं दिया जबकि 12,अप्रेल 1990 में भाजपा ने संसद के केंद्रीय कक्ष में बाबा साहब का चित्र लगाया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने न्यायिक संस्थानों,सुप्रीम कोर्ट परिसर व विधि मंत्रालय में डा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जिससे संविधान निर्माता के प्रति राष्ट्र की कृतज्ञता को दर्शाया गया । समता की प्रतिमा मुंबई में डा भीमराव अंबेडकर की भव्य प्रतिमा स्टेच्यू आफ़ लिबर्टी का कार्य प्रगति पर है, जो उनके विचारों और शिक्षाओ का प्रतीक होगी ।
भीम एप की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई । मोदी सरकार द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े पाँच महत्वपूर्ण स्थलों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया गया जिनका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व है । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष बनवारीलाल सैनी ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी।इनके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश महामंत्री पूर्व सांसद श्रीमती संतोष अहलावत , प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, प्रदेश से राजेंद्र सिंह शेखावत, जिला महामंत्री राजेश दहिया, भाजपा नेता विश्वंभर पूनिया, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास शर्मा लोटिया थे ।
कार्यक्रम में धन्यवाद भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष कमल कान्त शर्मा ने दिया जबकि संचालन जिला महामंत्री सरजीत चौधरी व कार्यक्रम संयोजक महेश जीनगर ने किया । इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्यारेलाल ढुकिया, सुनील लांबा, पूर्व जिला महामंत्री राजेश बाबल, जिला मंत्री महेंद्र चंदवा, एससी मोर्चा जिला संयोजक पवन मेघवाल, सोशियल मीडिया जिला संयोजक चंद्र प्रकाश शुक्ला, संजय मोरवाल, मण्डल अध्यक्ष भादरमल स्वामी, अनुपम जाखड़, बाबूलाल वर्मा, विजेंद्र हतवाल, राजकुमार जांगिड़, राजकुमार मुंड, श्रवण सैनी, श्रीमती विमला चौधरी, अरुणा सिहाग, द्रौपदी गर्वा, जगदीश गोस्वामी, उमाशंकर महमिया, विकास भालोठिया, संजय जांगिड़, विजेंद्र हतवाल, ललित जोशी, सुमेर कड़वासरा, रवि लांबा, नरेन्द्र शर्मा, लोकेश अग्रवाल, डब्ल्यू शर्मा, प्रमोद जानू, विजय सैनी, जय प्रकाश चौधरी, कपिल सोनी, रामगोपाल महमिया, सुरेंद्र शर्मा, गोपाल सिंह शेखावत सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एव प्रबुद्धजन उपस्थित रहे ।