जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। महेश नगर थाने में 26 फरवरी को दर्ज मामले के बाद पुलिस ने 28 फरवरी को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ और जांच के बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। अब पुलिस को जांच में पता चला कि इस अपराध में दो कैफे संचालक भी शामिल थे, जिन्होंने नाबालिग के साथ दुष्कर्म के लिए आरोपी को स्थान उपलब्ध कराया था। इसी आधार पर पुलिस ने दोनों को भी पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है।
महेश नगर थाना प्रभारी गुंजन सोनी के मुताबिक, केस की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेजी से जांच की। पीड़िता की मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि होने के बाद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जांच में सामने आया कि आरोपी ने नाबालिग के साथ कई बार अलग-अलग जगहों पर दुष्कर्म किया था। जब इन स्थानों की तस्दीक की गई तो दो कैफे संचालकों की संलिप्तता उजागर हुई। इनमें से एक मुख्य आरोपी का ममेरा भाई है, जिसने वारदात को अंजाम देने में मदद की थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि एक कैफे में छोटे-छोटे केबिन बनाए गए थे, जिनमें बेड लगे थे। कैफे संचालक ने प्रति घंटे एक हजार रुपये लेकर आरोपी को यह केबिन उपलब्ध कराया था। वहीं, दूसरे कैफे में आरोपी नाबालिग को लेकर गया था, जहां संचालक ने बेसमेंट में बने कमरे को इस्तेमाल करने दिया था। दोनों ही कैफे संचालकों ने आरोपी युवक को नाबालिग के साथ जगह उपलब्ध कराई, जिससे उन्हें भी अपराध में शामिल माना गया और पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बाबूलाल (21) और कृष्ण कुमार यादव उर्फ किशन (25) के रूप में हुई है। बाबूलाल सीकर के लोसल थाना क्षेत्र के हरिपुरा गांव का निवासी है और डीएचसी कैफे का संचालन करता है। वहीं, कृष्ण कुमार यादव जयपुर ग्रामीण के भाबरु थाना क्षेत्र के सीतापुर गांव का रहने वाला है और द ब्रोज कैफे का संचालक है। दोनों आरोपी फिलहाल महेश नगर, जयपुर में रह रहे थे और अपने-अपने कैफे चला रहे थे।