यूटिलिटी न्यूज़ डेस्क !!! वर्चुअल डिजिटल एसेट्स पर भारत में 30 फीसदी टैक्स लगाने के फैसले से तनाव में फंसे क्रिप्टो निवेशकों के लिए लंबे समय के बाद एक अच्छी खबर आई है। क्रिप्टो निवेशकों के बीच एक नई उम्मीद जगी है। क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन को इस सकारात्मक खबर से सबसे ज्यादा फायदा हुआ। बिटकॉइन में बुधवार को 10 फीसदी की जबरदस्त तेजी देखी गई और यह 42,000 डॉलर के ऊपर पहुंच गया। रूस-यूक्रेन युद्ध जल्द खत्म नहीं होने की आशंका के बीच गुरुवार को इसमें फिर गिरावट आई।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा हस्ताक्षरित कार्यकारी आदेश के बाद, सरकार केंद्रीय बैंक डिजिटल डॉलर लॉन्च करने के फायदे और नुकसान का आकलन करेगी। वह इससे जुड़े जोखिम का भी पता लगाएगी। राष्ट्रपति जो बिडेन ने क्रिप्टोकरंसीज की सरकारी निगरानी पर प्रतिबंध लगाने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिससे क्रिप्टो ग्राहकों को नई उम्मीद मिली।
2 मार्च के बाद से बिटकॉइन का उच्चतम स्तर है। बिटकॉइन के अलावा अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी ईथर में भी आठ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। पिछले साल नवंबर में बिटकॉइन की कीमत 68,000 डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। इस वजह से क्रिप्टोकरेंसी का बाजार पूंजीकरण भी गिर गया है। मार्केट रिसर्च कंपनी Chainalysis की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में भारत में 15 मिलियन क्रिप्टो निवेशक हैं और हमारा देश क्रिप्टो करेंसी के लिए दूसरा सबसे तेजी से बढ़ता बाजार है।
भारतीयों ने क्रिप्टो में लगभग 400 अरब रुपये का निवेश किया है!
भारत में क्रिप्टो में लोगों के निवेश का मूल्य करीब 400 अरब रुपये है। हालांकि, देश के क्रिप्टो बाजार के आकार के संबंध में कोई आधिकारिक डेटा उपलब्ध नहीं है। अमेरिका में क्रिप्टो करेंसी से जुड़े इस विकास ने भी भारत में क्रिप्टो ग्राहकों के बीच नई उम्मीद जगाई है। क्रिप्टो में निवेश करने वाले लोग बजट में 30 प्रतिशत टैक्स लगाने के फैसले से निराश थे क्योंकि अगर किसी ने क्रिप्टो से 1,000 रुपये का लाभ कमाया है, तो उसे लगभग 420 रुपये के साथ 30 प्रतिशत टैक्स, सरचार्ज और सेस का भुगतान करना होगा। अमेरिकी सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण का भविष्य में भारत में क्रिप्टो के संबंध में नीति पर भी कुछ प्रभाव पड़ सकता है, जिसकी क्रिप्टो ग्राहक उम्मीद कर सकते हैं।