मुंबई, 17 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन ने देश के न्यूक्लियर हथियार के विभाग नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (NNSA) के सैकड़ों कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर रोक लगा दी है। इससे पहले इलॉन मस्क के डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) ने गुरुवार को इस डिपार्टमेंट से करीब 350 लोगों की छंटनी की थी। इस छंटनी का मकसद सरकारी खर्च में कटौती करना था। एक्सपर्ट्स ने आशंका जाहिर की थी कि इस फैसले से देश की सुरक्षा पर खतरा हो सकता है। जिसके बाद ट्रम्प ने 24 घंटे में ही मस्क के डिपार्टमेंट का फैसला पलट दिया। एक्सप्रेस यूएस के मुताबिक NNSA के कर्मचारी अमेरिकी परमाणु हथियारों को डिजाइन करने, नष्ट करने, नेवी को पनडुब्बियों के लिए परमाणु रिएक्टर देने और न्यूक्लियर इमरजेंसी के हालात से निपटने में महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। इनमें परमाणु हथियारों को रिअसेंबल करने कर्मचारी भी शामिल थे, जो न्यूक्लियर वैपन इंडस्ट्री के सबसे संवेदनशील कामों में से एक माना जाता है। NNSA की डायरेक्टर टेरेसा रॉबिंस ने शुक्रवार को 28 को छोड़कर बाकी सभी कर्मचारियों की बर्खास्तगी रद्द करने का आदेश जारी किया। इस आदेश में कहा गया कि 13 फरवरी, 2025 को आपको जारी किया गया बर्खास्तगी का निर्णय तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है।
दरअसल मस्क के DOGE विभाग ने एनर्जी डिपार्टमेंट से 2000 कर्मचारियों की छंटनी का प्लान किया था। आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के डायरेक्टर डेरिल किमबॉल ने बताया कि DOGE विभाग के लोगों को इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वो किस डिपार्टमेंट से लोगों को निकाल रहे हैं। ट्रम्प ने पिछले साल सरकारी फिजूलखर्ची को कम करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) नाम से नया विभाग बनाने का ऐलान किया था। इसका प्रमुख इलॉन मस्क को बनाया गया है। ट्रम्प का दावा है कि डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी इस युग का मैनहटन प्रोजेक्ट होगा।’ DOGE का मकसद अमेरिकी सरकार के सालाना खर्च को एक तिहाई तक कम करना है। ट्रम्प ने DOGE को काम पूरा करने के लिए 4 जुलाई 2026 तक का समय दिया है। इस दिन अमेरिका को आजाद हुए 250 साल पूरे हो जाएंगे। बता दें कि अमेरिका ने मैनहटन प्रोजेक्ट के तहत ही न्यूक्लियर बम का आविष्कार किया था, जिससे पूरी दुनिया बदल गई थी।