मुंबई, 14 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 100% टैरिफ लगाने के फैसले पर विरोध जताया है। चीनी वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि अगर अमेरिका लड़ना चाहता है तो चीन पूरी ताकत से मुकाबला करेगा, लेकिन अगर बातचीत करनी है तो धमकियां बंद की जाएं। चीन ने हाल ही में रेयर मटेरियल्स यानी दुर्लभ खनिजों को लेकर नए नियम बनाए हैं। इसके तहत कोई भी कंपनी चीन से खनिज खरीदकर बाहर बेचना चाहे तो उसे पहले चीनी सरकार से लाइसेंस लेना होगा। ट्रम्प ने इस कदम को दुश्मनी वाला बताया और चेतावनी दी कि अगर चीन पीछे नहीं हटा तो अमेरिका तीन अंकों वाला नया टैरिफ लगाएगा। चीनी सरकार ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि उसने पहले उनकी कंपनियों पर पाबंदियां लगाकर बातचीत का माहौल खराब किया। चीन ने बताया कि पूरी तरह से बैन नहीं लगाया गया है, बल्कि अब रेयर खनिज के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। एक्सपर्ट का कहना है कि चीन अमेरिका जैसे नियम अपना रहा है और यह प्रतिक्रिया मात्र है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस तनाव के चलते शी जिनपिंग और ट्रम्प की प्रस्तावित मुलाकात दक्षिण कोरिया में रद्द हो सकती है, हालांकि अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने मुलाकात की पुष्टि की है। अमेरिका और चीन की यह तनातनी ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता पैदा कर रही है और व्यापारियों को डर है कि यह ट्रेड वॉर जैसी स्थिति पैदा कर सकती है। विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिका ने पहले चीन पर कई कदम उठाए और अब खुद को मासूम दिखाने की कोशिश कर रहा है। रेनमिन यूनिवर्सिटी और फुडान यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों का कहना है कि अमेरिका की गलत नीतियों का असर सामने आया है और ट्रम्प को रिश्तों को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। चीन ने स्पष्ट संदेश दिया कि वह अमेरिका का दबाव बर्दाश्त नहीं करेगा और सहयोग पर जोर दे रहा है।