जयपुर न्यूज डेस्क: रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जयपुर में पिछले छह दिन से जारी है, जिसके कारण सवाई मानसिंह अस्पताल और एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल पर गए डॉक्टर आपातकालीन सेवाओं को प्रभावित नहीं कर रहे हैं, लेकिन वे नियमित रूप से धरने पर बैठे हैं। डॉ. मनोहर सियोल, जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स के अध्यक्ष, ने बताया कि सरकार ने तीन महीने पहले उनकी मांगों पर गौर करने का वादा किया था, लेकिन कार्रवाई अब तक नहीं हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने मांगों का समाधान नहीं किया, तो वे आंदोलन को बढ़ाएंगे।
जार्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. साकेत दाधीच के अनुसार, रेजिडेंट डॉक्टर्स ने तीन महीने पहले भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की थी। उस समय राज्य सरकार ने जार्ड के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की थी और उनकी 8 सूत्री मांगों को मान लिया था, साथ ही उन्हें जल्दी पूरा करने का आश्वासन दिया था। पिछली बार की हड़ताल को स्थगित करने का कारण सरकार के साथ समझौता था, लेकिन अब तीन महीने के बाद भी वादे पूरे नहीं हुए, जिससे हड़ताल करने का निर्णय लेना पड़ा।
विजय दशमी पर देश भर में रावण के पुतले जलाए जाते हैं, लेकिन रेजिडेंट्स ने इस बार कुंभकरण का पुतला बनाया। जार्ड के प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार कुंभकरण की नींद में सोई हुई है, इसलिए उन्हें जगाने के लिए दशहरे पर कुंभकरण का पुतला बनाया गया, जिसे देर शाम को जलाया गया।