जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर में बेटे की ऑडी कार से हुई टक्कर मामले में पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा ने अपना बयान दिया है। शर्मा ने NDTV से बातचीत में कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए उन्हें खेद है। उन्होंने साफ किया कि उनके बेटे ने किसी को धमकाने या डराने की कोशिश नहीं की, बल्कि केवल अपना नाम बताकर भीड़ से खुद को बचाने का प्रयास किया। घटना के तुरंत बाद उनका बेटा पुलिस स्टेशन गया और करीब तीन घंटे वहां रहा, फिर मेडिकल जांच करवाई गई। उस समय कोई शिकायत दर्ज नहीं होने की वजह से उसे घर भेज दिया गया। शर्मा ने जोर देकर कहा कि इस मामले में किसी तरह का राजनीतिक या प्रशासनिक दबाव नहीं डाला गया।
पूर्व मंत्री ने बताया, "घटना की जानकारी मिलते ही मैं खुद मौके पर गया। जिनकी गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई उनसे बात की, नुकसान की भरपाई का वादा किया और घायलों की हालत भी जानी। मैं अपने बेटे को बचाने की कोशिश नहीं कर रहा। गलती हुई है तो कानून के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए। न मेरे बेटे ने, न मैंने अपने नाम या पद का दुरुपयोग किया। ऐसी खबरें निराधार हैं।"
शर्मा ने घायलों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वे फिलहाल नवलगढ़ में हैं, लेकिन जयपुर लौटने के बाद घायल युवक से मिलने और मदद करने का प्रयास करेंगे। यह हादसा प्रतापनगर थाना क्षेत्र में हुआ, जहां ऑडी कार ने पीछे से स्विफ्ट को टक्कर मारी, जिसमें पुलकित पारीक समेत दो लोग घायल हुए। हादसे के समय ऑडी उनके बेटे युवराज द्वारा चलाई जा रही थी।