भारत, 10 मार्च, 2025: डीपी वर्ल्ड ने गुजरात और राजस्थान में अपने वेयरहाउस ऑपरेशंस में ऑल-वीमेन शिफ्ट की शुरुआत की है यानी इस शिफ्ट में सिर्फ महिला कर्मी हीं काम करेंगी। जल्द ही बिहार और उत्तर प्रदेश के केंद्रों पर भी इस पहल को विस्तार देने की योजना है।
वैश्विक स्तर पर स्मार्ट एंड-टू-एंड सप्लाई चेन सॉल्यूशंस प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी डीपी वर्ल्ड ने एक अग्रणी ई-कॉमर्स ब्रांड की गुजरात स्थित सॉर्टिंग फैसिलिटी में पिछले साल ऑल-वीमेन शिफ्ट के साथ पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। यह टीम सॉर्टिंग, स्कैनिंग और पैकेज को कैटेगराइज करने की जिम्मेदारी संभालती है। इससे सटीक और दक्ष तरीके से ऑर्डर की प्रोसेसिंग सुनिश्चित होती है। इससे उत्पादकता एवं परिचालन दक्षता बढ़ी है।
अब इस पहल को राजस्थान में डीपी वर्ल्ड के वेयरहाउसिंग ऑपरेशंस में शुरू किया गया है। महिला टीम की प्रतिबद्धता एवं समर्पण से परिचालन दक्षता लगभग दोगुनी हो गई है। इससे लॉजिस्टिक्स सेक्टर में महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं। वर्तमान समय में भारत में डीपी वर्ल्ड के लॉजिस्टिक्स कारोबार में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 14% से ज्यादा है। कंपनी इस प्रतिनिधित्व को और बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
इस पहल को लेकर डीपी वर्ल्ड सबकॉन्टिनेंट की वाइस प्रेसिडेंट-पीपुल मोनल श्रीवास्तव ने कहा, ‘डीपी वर्ल्ड ऐसा वर्कफोर्स बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें हमारे मूल सिद्धांतों की झलक दिखे। हमारे मूल सिद्धांत हैं, बेहतर भविष्य को आकार देना, अनुकूलता को स्वीकारना और पर्यावरण के अनुकूल विकास को गति देना। लॉजिस्टिक्स ऑपरेशंस में महिलाओं की बढ़ती सहभागिता से उत्पादकता दोगुनी हुई है, जिससे सेक्टर में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान सामने आया है। हम इस पहल को नए शहरों में विस्तार दे रहे हैं। हम अपने ऑपरेशंस में महिलाओं के लिए अवसर सृजित करने को लेकर उत्साहित हैं।’
महिलाओं के लिए ज्यादा सुरक्षित एवं सहयोगी माहौल बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत डीपी वर्ल्ड व्यापक इंडक्शन एवं ट्रेनिंग प्रोग्राम्स का संचालन करती है। इन प्रोग्राम्स को कर्मचारियों को सशक्त करने और उनके विकास को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। कार्यस्थल पर प्रशिक्षण और ऑनलाइन पढ़ाई को मिलाकर, प्रशिक्षण सत्रों में काम करने के तरीके, सामान संभालने, सुरक्षा नियमों और तकनीक के इस्तेमाल जैसे ज़रूरी विषयों को सिखाया जाता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि महिलाओं को अपने काम में आगे बढ़ने और तरक्की करने के लिए ज़रूरी हुनर और जानकारी मिल जाए।