जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के प्रसिद्ध अल्बर्ट हॉल संग्रहालय और रामनिवास बाग में चूहों की समस्या को देखते हुए इन्हें दो दिन के लिए अस्थायी रूप से बंद किया गया है। संग्रहालय में रखी ऐतिहासिक धरोहरें और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए यह निर्णय लिया गया है।
चूहों की बढ़ती समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने अल्बर्ट हॉल संग्रहालय और रामनिवास बाग को दो दिनों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है। इन दो दिनों के दौरान विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा ताकि इन ऐतिहासिक धरोहरों को चूहों से बचाया जा सके। जो पर्यटक इन स्थलों की खूबसूरती देखने आए थे, उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। हालांकि, प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा और फिर से ये स्थल पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे।
अल्बर्ट हॉल और रामनिवास बाग जैसे ऐतिहासिक स्थानों पर आधुनिक कीटनाशकों या जहरीले रसायनों का उपयोग करना सावधानीपूर्वक किया जाता है, क्योंकि इससे पुरानी संरचनाओं को हानि हो सकती है। रामनिवास बाग जैसे जैव विविधता वाले क्षेत्र में चूहों की संख्या पर नियंत्रण करना कठिन हो जाता है, क्योंकि यह अन्य जानवरों और पक्षियों के लिए भी हानिकारक हो सकता है, जिससे प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान हो सकता है।
नवीनतम तकनीक का उपयोग जरूरी:
चूहों को पूरी तरह खत्म करने के लिए भारी मात्रा में संसाधनों और उन्नत तकनीक की आवश्यकता होती है, जिससे खर्च में वृद्धि हो सकती है। चूंकि यह समस्या निरंतर बनी रहती है, इसलिए प्रशासन को इसे समय-समय पर मॉनिटर करने और उपचार के लिए बजट आवंटित करने की आवश्यकता है। वर्तमान में, प्रशासन अस्थायी उपायों जैसे कीटनाशकों, जाल और सफाई अभियानों के जरिए चूहों की संख्या को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, ये उपाय केवल कुछ समय के लिए प्रभावी हो सकते हैं, लेकिन लंबे समय के लिए स्थायी समाधान नहीं प्रदान कर पा रहे हैं। इसलिए, प्रशासन को इस दिशा में स्थायी योजनाएं विकसित करनी चाहिए ताकि समस्या की पुनरावृत्ति न हो।