जयपुर, 22 अगस्त 2025। राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि निवेशक दीदी पहल फेज - 2 के अंतर्गत अगले दो वर्षों में ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में लगभग 4 हजार वित्तीय साक्षरता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इन शिविरों के माध्यम से 3 लाख से अधिक लाभार्थियों को लक्षित किया गया है, जिसमें प्राथमिकता महिलाओं और विशेषकर ग्रामीण महिलाओं को दी जाएगी। इस महत्वाकांक्षी पहल का मुख्य उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों तक वित्तीय प्रबंधन और निवेश संबंधी बुनियादी जानकारी पहुँचाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ के सवाल के जवाब में कारपोरेट कार्य राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने सदन को यह जानकारी दी।
सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि वित्तीय साक्षरता शिविर के उपरांत प्रभावी मूल्यांकन किया जाएगा। इसमें प्रतिभागियों के कार्यक्रम से पहले और बाद के वित्तीय जागरूकता स्तर की तुलना होगी। इस पारदर्शी और परिणामोन्मुखी व्यवस्था से न केवल योजना की सफलता का आकलन किया जाएगा, बल्कि भविष्य में और प्रभावी रणनीतियाँ बनाने का मार्ग भी प्रशस्त होगा। राठौड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार लगातार महिलाओं के सशक्तिकरण, वित्तीय समावेशन और ग्रामीण विकास के लिए ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि निवेशक दीदी जैसी पहल महिलाओं को न केवल वित्तीय दृष्टि से सशक्त बनाएंगी बल्कि उन्हें समाज और परिवार में निर्णय लेने की क्षमता भी प्रदान करेंगी। यह पहल ग्रामीण भारत के आर्थिक और सामाजिक उत्थान की दिशा में मोदी सरकार के संकल्प को मजबूती प्रदान करती है और महिलाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदार बनाने का मार्ग प्रशस्त करती है।