महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुआ विवाद अब हिंसक रूप ले चुका है। नागपुर शहर में बीती रात दो गुटों के बीच तीखी झड़प हुई, जिसमें पथराव, आगजनी और लाठीचार्ज जैसी घटनाएं सामने आईं। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने नागपुर शहर में धारा 144 लागू कर दी है और कुछ संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। बावजूद इसके, हिंसा का सिलसिला पूरी रात चलता रहा।
हिंसा में 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल, डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला
पुलिस के अनुसार, नागपुर के महाल और हंसपुरी इलाके में तनाव सबसे ज्यादा देखा गया। देर रात कुछ अज्ञात लोग, जिन्होंने अपने चेहरे मास्क से ढके हुए थे, दुकानों पर पथराव करने लगे और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। हिंसा को रोकने की कोशिश कर रहे पुलिस बल पर भी हमला किया गया। डीसीपी निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया, जिससे उनके हाथ में गंभीर चोट आई है। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इसके अलावा 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पुलिस का सख्त अभियान, 50 लोग हिरासत में
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने शहर के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया और रातभर तलाशी अभियान चलाया। अभी तक 50 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के आला अधिकारियों ने कहा कि दंगा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नागपुर पुलिस कमिश्नर ने बयान जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने दिए जांच के आदेश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा पर कड़ा रुख अपनाते हुए सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के साथ आपात बैठक की। बैठक में यह तय किया गया कि चंद्रशेखर बावनकुले और नागपुर के सभी भाजपा विधायक 18 मार्च की सुबह नागपुर पहुंचेंगे और हिंसा प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करेंगे। फडणवीस ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी और जो भी आगजनी व पथराव में शामिल पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर बढ़ा तनाव
इस पूरे विवाद की जड़ औरंगजेब की कब्र को लेकर है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने छत्रपति संभाजीनगर में स्थित मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की है। दोनों संगठनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र सरकार को कड़ी चेतावनी दी है कि यदि कब्र नहीं हटाई गई तो वे 17 मार्च को पूरे राज्य में सड़कें जाम करेंगे। हिंदू संगठनों ने यहां तक कह दिया है कि अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती, तो वे कार सेवा के जरिए खुद कब्र हटाएंगे, ठीक उसी तरह जैसे बाबरी मस्जिद को हटाया गया था।
आगे क्या?
नागपुर में स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। वहीं, आने वाले दिनों में औरंगजेब की कब्र को लेकर सरकार के किसी फैसले का इंतजार पूरे राज्य को है। देखना होगा कि फडणवीस सरकार इस विवाद को किस तरह संभालती है, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे और सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान न पहुंचे।