नागपुर/नई दिल्ली। महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। विवाद के चलते नागपुर में हिंसा भड़क गई, जिसमें कई जगह तनावपूर्ण हालात बने रहे। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से दिए गए अल्टीमेटम के बाद स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है। वहीं, भाजपा और कांग्रेस के बीच भी इस मसले पर तीखी बयानबाजी हो रही है।
मायावती ने दी प्रतिक्रिया, शांति की अपील
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर ट्वीट करते हुए कहा, "किसी की कब्र या मकबरे को नुकसान पहुंचाना या नष्ट करना सही नहीं है। इससे समाज में भाईचारा, शांति और सद्भाव बिगड़ता है। महाराष्ट्र सरकार को नागपुर में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, वरना स्थिति और खराब हो सकती है।" मायावती की इस टिप्पणी को लेकर सियासी गलियारों में कई चर्चाएं हो रही हैं। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से राज्य सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
नागपुर में हिंसा, कांग्रेस ने सरकार को घेरा
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने नागपुर में हुई हिंसा के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, "यह गृह विभाग की नाकामी है। पिछले कुछ दिनों से सरकार के मंत्रियों द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषणों ने स्थिति को और खराब किया है। यह प्रशासनिक विफलता है।" सपकाल ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जानबूझकर समाज में तनाव पैदा किया जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले भी हर्षवर्धन सपकाल ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तुलना औरंगजेब से करते हुए कहा था कि "फडणवीस का शासन औरंगजेब जैसा कठोर और भेदभावपूर्ण हो गया है।"
नितिन गडकरी ने किया शांति की अपील
वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर हिंसा के मद्देनजर वीडियो जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। गडकरी ने कहा, "हम सभी को मिलकर समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखना चाहिए। किसी भी प्रकार की अफवाहों या भड़काऊ बयानों से बचना चाहिए। नागपुर की पहचान शांतिपूर्ण शहर की रही है और हमें इसे बनाए रखना है।"
भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप
इस पूरे मामले ने भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक जंग छेड़ दी है। भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस इस मुद्दे को राजनीतिक लाभ के लिए उछाल रही है। वहीं, कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा और उसकी सहयोगी संगठनों ने समाज में सांप्रदायिक तनाव फैलाया है। बजरंग दल और वीएचपी द्वारा दिए गए अल्टीमेटम के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
स्थिति नियंत्रण में, लेकिन तनाव बरकरार
फिलहाल नागपुर में भारी पुलिस बल तैनात है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू की गई है। पुलिस प्रशासन का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है।