ये शिव भगवान का मंदिर बना हैं दक्षिणशैली में, बाहर विराजमान हैं पंच गणेश जी, जानिए इस अनोखे और प्राचीन मंदिर के बारे में, देखें वीडियों !
जयपुर शहर की गलता घाटी में स्थित घाट के बालाजी कुलदेवता के रूप में पूजे जाते हैं । जयपुर के राजा-महाराजाओं के भी बालाजी महाराज कुलदेवता रहे हैं। पूर्व महाराजा सवाई जयसिंह का चोटी संस्कार भी घाट के बालाजी के ही हुआ है, इसका रिकॉर्ड आज भी बीकानेर के अभिलेखागार में मौजूद हैं । मगर आज हम आपको बालाजी के मंदिर के बारे में नहीं बल्कि इसी मंदिर के अंदर मौजूद भगवान शिव के मंदिर के बारे में बताएंगे और उनके दर्शन भी करवाएंगे ।
बता दें कि, ये मंदिर दक्षिणशैली में बना हुआ है और इस मंदिर के बाहर की तरफ पंच गणेशजी का भी मंदिर हैं । घाट के बालाजी के गर्भ गृह के दाहिने हाथ पर कुछ ऊंचाई पर शिवजी व पंच गणेशजी विराजमान है। यह मंदिर दक्षिणी शैली में बना हुआ है। यहां पहले लक्ष्मीनारायणजी का मंदिर था। बाद में लक्ष्मीनारायणजी की मूर्ति को जामड़ोली में विराजमान किया गया । इसके बाद यहां शिवजी की प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई । वहीं बाहर पंच गणेशजी विराजमान है। पंच गणेश की मूर्तियां चालीस वर्ष पहले मंदिर के सफाई अभियान के दौरान निकली थी। काले पत्थर में बनी पंच गणेश की मूर्तियों के पास महिषासुर मर्दिनी व उसके पास के शिव मंदिर चूने से ढका हुआ था। चूना हटाने में एक वर्ष का समय लगा था। चूना हटाने के बाद मंदिर का शिल्प और मूर्तियां दिखाई देने लगी थी।