आज का इतिहास बहुत खास है। छात्रों के लिए विशेष। क्योंकि इसी दिन 24 मई, 1875 को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, एएमयू की स्थापना हुई थी। विश्वविद्यालय की स्थापना सैयद अहमद खान ने की थी।इसके अलावा, इस दिन को वाराणसी दिवस या वाराणसी जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। दरअसल इससे पहले भी वाराणसी को कई नामों से पुकारा जाता रहा है। 24 मई 1956 को गजेटियर में पंजीकृत वाराणसी शहर के आधिकारिक नाम की घोषणा की गई है। वरुणा और असी नदियों के नाम साझा करने के कारण, वाराणसी का नाम 24 मई को आधिकारिक हो गया, जिस दिन वाराणसी में सामाजिक संगठनों और लोगों ने शहर का जन्मदिन मनाना शुरू कर दिया था।
जानिए 24 मई के इतिहास में और कौन सी घटनाएं दर्ज हुई हैं।
24 मई 1875 के दिन यानी आज ही के दिन सैयद अहमद खान ने अलीगढ़ में मुहम्मदिन एंग्लो-ओरिएंटल स्कूल की स्थापना की, जिसे अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है।
24 मई 1883 के दिन यानी आज ही के दिन ब्रुकलिन और मैनहट्टन को जोड़ने वाले ब्रुकलिन ब्रिज को यातायात के लिए खोल दिया गया।
24 मई 1915 के दिन यानी आज ही के दिन थॉमस अल्वा एडिस ने टेलीस्क्रिप्ट का आविष्कार किया।
24 मई 1931 के दिन यानी आज ही के दिन पहली वातानुकूलित यात्री ट्रेन संयुक्त राज्य अमेरिका में वॉल्टमोर-ओहियो मार्ग पर संचालित हुई।
24 मई 1959 के दिन यानी आज ही के दिन एम्पायर डे का नाम बदलकर कॉमनवेल्थ डे कर दिया गया।
24 मई 1985 के दिन यानी आज ही के दिन चक्रवाती तूफान बांग्लादेश में 10,000 लोगों की मौत।
24 मई 1986 के दिन यानी आज ही के दिन मार्गरेट थैचर इजरायल की यात्रा करने वाली पहली ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनीं।
24 मई 1994 के दिन यानी आज ही के दिन मीना (सऊदी अरब) में हज के दौरान मची भगदड़ में 250 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत।
24 मई 1994 के दिन यानी आज ही के दिन न्यूयॉर्क शहर में 1993 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर बम विस्फोट के चार आरोपियों में से चार को 240 साल जेल की सजा सुनाई गई।
24 मई 2001 के दिन यानी आज ही के दिन नेपाल के 15 वर्षीय शेरपा टेम्बा शेरी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के पर्वतारोही बने।
24 मई 2004 के दिन यानी आज ही के दिन उत्तर कोरिया ने मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया।
24 मई 2014 के दिन यानी आज ही के दिन थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा को सैन्य तख्तापलट के बाद गिरफ्तार किया गया।
24 मई 2015 के दिन यानी आज ही के दिन आयरलैंड गणराज्य ने समान-लिंग विवाह को वैध बनाने के लिए मतदान किया, लोकप्रिय वोट द्वारा समान-लिंग विवाह को वैध बनाने वाला पहला देश बन गया।