आज इस आर्टिकल में हम आपको 29 नवंबर के इतिहास बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में आप लोग आज तक नही जानते होंगे । हमारा इतिहास इतना बड़ा है कि इसे याद रख पाना किसी आम इंसान के बस की बात नहीं है । इसीलिए हमारी वेबसाइट पर हम आपको हर रोजाना इतिहास के बारे में बताते हैं ताकि आपको इसके बारे में पता हो ।
29 नवंबर का इतिहास
बता दें कि, आज ही के दिन फ्रांस और स्विट्जरलैंड ने 29 नवंबर1516 में फ्रेईबर्ग के शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे ।
आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1745 में बोनी प्रिंस चार्ली की सेना ने मैनचेस्टर में पहुंची और कार्लिस्ले पर कब्जा किया था ।
बताया जा रहा है कि, 16वाँ मुग़ल बादशाह आलमगीर द्वितीय का निधन 29 नवंबर 1759 में हुआ था ।
सर जेम्स जे ने आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1775 में अदृश्य स्याही का अविष्कार किया था ।
ब्रिटेन ने अमरीकी स्वतंत्रता को आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1782 में मान्यता दी गई थी ।
आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1807 में पुर्तगालियों की रानी मैरिया और कोर्ट लिस्बन पर ब्राजील के लिए बंधे हैं, रियो डी जनेरियो पुर्तगाली राजधानी बन गया।
बताया जा रहा है कि, पोलैंड में रूस के शासन के खिलाफ आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1830 में विद्रोह शुरु हुआ था ।
ब्रिटेन में आवश्यक शिक्षा कानून आज के दिन यानी 29 नवंबर 1870 में लागू हुआ था ।
ब्रिटेन ने आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1782 में अमरीकी स्वतंत्रता को मान्यता दी थी ।
अपने सेवा कार्यों के लिये प्रसिद्ध भारतीय ठक्कर बाप्पा का जन्म भी आज के दिन ही यानी 29 नवंबर 1869 में हुआ था ।
बेंगलुरू के लालबाग़ गार्डन में आज ही के दिन यानी 1889 में ‘ग्लास हाउस’ की आधारशिला रखी गई थी ।
स्पेनिश फुटबाल क्लब FC बार्सिलोना का गठन भी आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1899 में आज ही के दिन हुआ था।
प्रसिद्ध बंगला इतिहासकार रोमेश चन्द्र दत्त का निधन भी आज ही के दिन 29 नवंबर 1909 में हुआ था ।
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध शायर अली सरदार जाफ़री का जन्म भी 29 नवंबर 1913 में हुआ।
अमेरिका ने आज ही के दिन यानी 29 नवंबर 1916 में डोमिनिकन रिपब्लिक में मार्शल लॉ लगाने की घोषणा की थी ।
परमवीर चक्र से सम्मानित गुरबचन सिंह सालारिया का जन्म भी 29 नवंबर 1935 में हुआ।
दुनिया के पहले अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन भी आज के दिन ही यानी 29 नवंबर 1961 में भारत आये।