14 मई 2025 को बृहस्पति ग्रह, जिसे गुरु के नाम से जाना जाता है, मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। यह गोचर ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मिथुन राशि का स्वामी ग्रह बुध है और यह वायु तत्व की राशि है। जब गुरु जैसे ज्ञान और विस्तार के प्रतीक ग्रह का गोचर बुद्धिमत्ता और संवाद की राशि मिथुन में होता है, तो इसका व्यापक असर सभी राशियों पर पड़ता है। हालांकि कुछ राशियों के लिए यह गोचर विशेष रूप से शुभ संकेत लेकर आ रहा है। आइए जानते हैं किन-किन राशियों को इस गोचर से सबसे अधिक लाभ मिलने वाला है।
मेष राशि: आत्मविश्वास और उपलब्धियों में वृद्धि
गुरु का यह गोचर मेष राशि के लिए तीसरे भाव में हो रहा है, जो साहस, पराक्रम और भाई-बहनों से संबंध का कारक है। इस भाव में गुरु की उपस्थिति आपके आत्मविश्वास को कई गुना बढ़ा सकती है। जो लोग लेखन, पत्रकारिता, मीडिया या सोशल मीडिया से जुड़े हैं, उन्हें बड़ी सफलता मिलने के संकेत हैं। यात्राओं का योग भी प्रबल है और वे आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगी। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी और धन का आगमन भी होगा।
कन्या राशि: करियर और सामाजिक प्रतिष्ठा में जबरदस्त उछाल
गुरु का गोचर कन्या राशि के दशम भाव में हो रहा है, जो करियर, कार्यक्षेत्र और समाज में आपकी प्रतिष्ठा को दर्शाता है। इस भाव में गुरु का प्रवेश कन्या राशि के जातकों को नई नौकरी, प्रमोशन या किसी बड़े प्रोजेक्ट की सौगात दे सकता है। आपकी मेहनत और योग्यता को अब सही पहचान मिलेगी। समाज में आपकी इमेज मजबूत होगी और परिवार में आपका मार्गदर्शन आदरणीय रहेगा। प्रेम संबंधों में स्थिरता आएगी और विवाह की बात भी बन सकती है।
तुला राशि: भाग्य का साथ और आध्यात्मिक उन्नति
तुला राशि के लिए गुरु का गोचर नवम भाव में हो रहा है, जो भाग्य, धर्म और उच्च शिक्षा से जुड़ा होता है। इस गोचर से तुला राशि के लोगों को लंबे समय से रुके हुए कार्यों में सफलता मिलेगी। धार्मिक यात्राएं या तीर्थस्थलों पर जाने का योग बन सकता है। शिक्षा में सफलता की संभावना है, विशेष रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। माता-पिता का सहयोग मिलेगा और बिजनेस में नई शुरुआत संभव है।
कुंभ राशि: प्रेम, संतान और निवेश से मिलेगा लाभ
गुरु का यह गोचर कुंभ राशि के पंचम भाव में हो रहा है, जो संतान, रचनात्मकता और प्रेम से जुड़ा होता है। इस समय आपकी बुद्धि और विवेक में वृद्धि होगी, जिससे आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। प्रेम जीवन में मधुरता आएगी और विवाह के योग बन सकते हैं। संतान सुख की प्राप्ति की संभावना प्रबल है। निवेश किए गए धन से लाभ होगा और नए इनकम सोर्स खुलेंगे। प्रतिष्ठित और प्रभावशाली लोगों से संपर्क बन सकता है, जो भविष्य में फायदेमंद रहेगा।
निष्कर्ष:
गुरु का मिथुन राशि में गोचर निश्चित रूप से चार राशियों – मेष, कन्या, तुला और कुंभ – के लिए विशेष फलदायक सिद्ध होने वाला है। यह गोचर न केवल मानसिक शांति और आत्मबल देगा, बल्कि प्रोफेशनल और पर्सनल फ्रंट पर भी नए अवसरों के द्वार खोलेगा।