हिंदू कैलेंण्डर के अनसुार आज से यानी 17 मई ज्येष्ठ माह की शुरूआत हो चुकी हैं जो कि 14 जून तक रहेगा । आज हम आपको इस पवित्र महीने पडेंने वाले त्यौहारों के बारे में बताने जा रहे हैं । जैसा कि हमने पहले ही बता दिया है कि, 17 मई मंगलवार से ज्येष्ठ महीना शुरू हो गया है, जो कि 14 जून तक रहेगा मगर हमने आपको ये नहीं बताया कि इस महिने में गर्मी भी अपने चरम पर रहेगी, इसलिए ज्येष्ठ मास में जल की पूजा करने की विशेष परंपरा है । इसके साथ ही बता दें कि, यदि इस महिने में कोई व्यक्ति पानी की बर्वादी करता हैं तो उसको वरूण दोष लगता हैं । प्राचीन समय में ऋषियों ने पानी से जुड़े दो बड़े व्रत और त्योहार बताए हैं जो कि इसी महिने में आने वाले हैं । इसके साथ ही बता दें कि, ये महिना केवल 29 दिनों का ही होगा ।
जानिए, ज्येष्ठ महीने में आने वाले तीज-त्योहार...
संकष्टी चतुर्थी: इस महिने में सबसे पहला जो त्यौहार आएगा वो हैं कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि । जिसको संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता हैं बता दें कि, इस दिन भगवान गणेश जी की पूज की जाती हैं । ये व्रत 19 मई को किया जाएगा ।
अपरा एकादशी: ज्येष्ठ महीने का दूसरा त्यौहार हैं कृष्णपक्ष की एकादशी जिसको अपरा एकादशी या अचला एकादशी भी कहा जाता है । आपको बता दे कि, अपरा एकादशी के दिन तुलसी, चंदन, कपूर, गंगाजल आदि भगवान विष्णु की पूजा की जाती हैं । बता दें कि, इस व्रत के करने से ब्रह्महत्या, परनिन्दा, भूतयोनि आदि कर्मों से छुटकारा मिलता हैं ।
रुद्र व्रत: इस महिने का तीसरा व्रत हैं रूद्र व्रत । यह व्रत ज्येष्ठ महीने के दोनों पक्षों की अष्टमी और दोनों चतुर्दशी तिथि पर किया जाता है । इस दिन गायों को चारा खिलाया जाता हैं ।
शनि जयंती : इस महिने भगवान शनिदेव की जंयति भी हैं । ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है । धर्म शास्त्रों के अनुसार ये ही वो पावन दिन हैं जब न्याय के देवता भगवान शनि का जन्म हुआ था । इस साल ये पर्व 30 मई को मनाया जाएगा ।
वट सावित्रि व्रत: इस महिने की अमावस्या तिथि वट सावित्रि व्रत भी किया जाता है । इस व्रत पर बरगद के पेड़ की पूजा और परिक्रमा की जाती है ।
रम्भा तृतीया : इनके अलावा इस महिने की शुक्ल पक्ष की तृतीया पर रम्भातृतीया व्रत किया जाता है । बता दें कि, इस दिन देवी पार्वती की पूजा की जाती है । ये व्रत एक साल तक किया जा सकता है ।
गंगा दशहरा : आपको बता दें कि, गंगा दशहरा एक प्रमुख त्योहार है जो कि इस महिने के शुक्लपक्ष की दशमी को मनाया जाएगा । इस दिन गंगा स्नान और विशेष पूजा की जाती है । इस बार ये व्रत 9 जून को किया जाएगा ।
निर्जला एकादशी: हिन्दू कैलेंडर के ज्येष्ठ महीने के शुक्लपक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी का व्रत किया जाता है । यह व्रत बिना पानी पीए किया जाता है । इसलिए यह व्रत कठिन तप और साधना के समान महत्त्व रखता है । इस साल ये व्रत 10 जून को किया जाएगा ।
ज्येष्ठ पूर्णिमा : इस महीने 14 तारीख यानी 14 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत किया जाएगा ।