पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में 22 अप्रैल 2025 को हुए एक घातक IED ब्लास्ट (Improvised Explosive Device) में पाकिस्तान आर्मी के 10 जवान मारे गए। यह हमला बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा किया गया, जिसने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। BLA ने दावा किया है कि उसने क्वेटा के पास स्थित मार्गट इलाके में पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाकर यह हमला किया, जिसमें सेना की गाड़ी को पूरी तरह से उड़ा दिया गया।
इस हमले में मारे गए सैनिकों की तस्वीरें भी BLA द्वारा जारी की गई हैं, जिससे यह साफ हो गया कि यह हमला खास तौर पर बलूचिस्तान में बढ़ते संघर्ष का एक और उदाहरण है। BLA ने इस हमले का वीडियो भी सार्वजनिक किया है, जिसमें धमाके का दृश्य साफ तौर पर दिख रहा है।
सैन्य काफिले को निशाना बनाते हुए हमला
बलूचिस्तान के मार्गट इलाके में पाकिस्तान आर्मी की गाड़ी पर रिमोट-कंट्रोल्ड IED से हमला किया गया। हमले में सेना के जवानों की मौत की खबर तुरंत सामने आई, जिसमें कुल 10 सैनिक मारे गए हैं। BLA के प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह हमला स्वतंत्रता की लड़ाई में एक अहम कदम था, जो बलूचिस्तान की आजादी की मांग को लेकर जारी है।
हमला पाकिस्तानी सेना के एक काफिले पर किया गया, जो उस इलाके से गुजर रहा था। इस काफिले में कई गाड़ियां थीं, जिनमें से एक को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया। हमले में मारे गए 10 सैनिकों में से पांच की तस्वीरें BLA द्वारा सार्वजनिक की गई हैं, जिससे इस हमले की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बलूचिस्तान में उग्रवाद और विद्रोह की पृष्ठभूमि
यह हमला बलूचिस्तान के एक ऐसे क्षेत्र में हुआ है, जो लंबे समय से बलूच विद्रोहियों का गढ़ रहा है। बलूचिस्तान के लोग, विशेष रूप से BLA और अन्य विद्रोही समूह, बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं और पाकिस्तान से अपनी अलग पहचान और स्वायत्तता की चाहत रखते हैं।
पाकिस्तान की सेना और इन विद्रोही समूहों के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। इस क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से लगातार हमले और आतंकवादी घटनाएं हो रही हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि बलूचिस्तान में स्थिति बिल्कुल भी सामान्य नहीं है। यह हमला भी उसी संघर्ष का हिस्सा माना जा रहा है।
पिछले हमलों की पृष्ठभूमि
यह पहला हमला नहीं है, जब BLA ने पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया हो। इससे पहले, मार्च 2025 में, पाकिस्तान के क्वेटा से ताफ्तान जा रहे एक सैन्य काफिले पर भी हमला किया गया था। उस हमले में 7 सैनिकों की मौत हो गई थी और 21 घायल हो गए थे। इस हमले के बाद भी BLA ने दावा किया था कि उसने 90 पाकिस्तानी सैनिकों को मार डाला।
इसके अलावा, 11 मार्च 2025 को BLA के विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस को भी हाईजैक किया था, जो क्वेटा से पेशावर जा रही थी। इस हमले के बाद से पाकिस्तान सरकार और सेना ने बलूचिस्तान में विद्रोहियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद इन हमलों में कोई कमी नहीं आई।
BLA का उद्देश्य और पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया
BLA का प्रमुख उद्देश्य बलूचिस्तान की स्वतंत्रता है, और इसके लिए वे पाकिस्तान सरकार के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष चला रहे हैं। बलूचिस्तान में उनके विद्रोह को दबाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने कई सैन्य अभियान चलाए हैं, लेकिन इन अभियानों का कोई निर्णायक परिणाम नहीं निकला है। बलूचिस्तान में हर समय मौजूद संघर्ष और आतंकवादी गतिविधियों ने इस इलाके को अशांत बना दिया है।
पाकिस्तान सरकार ने इस हमले की निंदा की है और इसे आतंकी गतिविधि करार दिया है। पाकिस्तान के सेना प्रवक्ता ने कहा, "यह हमला पाकिस्तान की संप्रभुता के खिलाफ है और इसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।" वहीं, पाकिस्तान की सेना ने इलाके में अपनी सर्च ऑपरेशंस तेज कर दी हैं, ताकि BLA और अन्य विद्रोही समूहों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
बलूचिस्तान में सुरक्षा स्थिति
बलूचिस्तान में सुरक्षा स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। सरकार और सेना के खिलाफ बढ़ते विद्रोह के चलते यह इलाका पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है। यहां लगातार सेना और विद्रोही समूहों के बीच झड़पें होती रहती हैं, और आम जनता भी इससे प्रभावित हो रही है।
BLA जैसे विद्रोही समूहों द्वारा किए गए हमलों ने न केवल पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है, बल्कि बलूचिस्तान के लोगों की स्वतंत्रता की मांग को भी दुनिया के सामने रखा है। पाकिस्तान में बलूचिस्तान का मुद्दा एक संवेदनशील और जटिल विषय बन चुका है, जिसे समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
विदेशी रुख और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद BLA को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भी समर्थन मिल रहा है, हालांकि पाकिस्तान इसे एक आतंकी संगठन मानता है। कुछ मानवाधिकार संगठनों ने बलूचिस्तान में हो रही हिंसा और मानवाधिकारों के उल्लंघन पर सवाल उठाए हैं, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित की जाए।
वहीं, पाकिस्तान ने अपनी सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें सीमा सुरक्षा और सैन्य अभियान शामिल हैं, ताकि इन हमलों को रोका जा सके।
निष्कर्ष
बलूचिस्तान में हुए इस हमले ने फिर से पाकिस्तान सरकार और सेना को चुनौती दी है। BLA द्वारा किए गए इस IED ब्लास्ट से यह साफ हो गया है कि बलूचिस्तान में संघर्ष केवल बढ़ने वाला है, और इसमें पाकिस्तानी सेना के लिए कोई आसान रास्ता नहीं है। बलूचिस्तान में हो रही हिंसा और विद्रोह का समाधान केवल सैन्य कार्रवाई से नहीं निकल सकता, और इसके लिए एक सशक्त और न्यायसंगत राजनीतिक समाधान की आवश्यकता है।