जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान सरकार अब गोपालकों को ब्याज मुक्त ऋण देने की योजना शुरू करेगी। सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक ने इस योजना के लिए पोर्टल लॉन्च किया है। इस योजना का उद्देश्य गोवंश की देखभाल के लिए आवश्यक उपकरण खरीदने में गोपालकों की मदद करना है। आइए जानते हैं कि गोपालक इस ऋण को कैसे प्राप्त कर सकेंगे।
राजस्थान की भजनलाल सरकार ने गौ माता के रखरखाव के लिए नई योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, गोपालक ब्याज रहित ऋण प्राप्त कर सकेंगे। राज्य सरकार 1 लाख रुपये तक का अल्पकालिक ऋण एक साल के लिए प्रदान करेगी। सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक ने इस योजना के पोर्टल का उद्घाटन किया। इस योजना को सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण के नाम से जाना जाएगा।
इस योजना के लिए आवेदक को राजस्थान के ग्रामीण इलाके में रहना होगा और उसका परिवार गाय या भैंस पालन करता हो। एक गोपालक परिवार से केवल एक सदस्य को ऋण मिलेगा। आवेदक को दूध का बेचान डेयरी सहकारी समिति को करना अनिवार्य है और उसे पूर्व में दो से अधिक ऋण नहीं लेने चाहिए। आवेदन के लिए जन आधार, आधार कार्ड की प्रति, पासपोर्ट साइज फोटो, और प्राथमिक डेयरी समिति से निर्धारित प्रारूप में अनुशंसा पत्र की आवश्यकता होगी। इसके साथ ही, जिस बैंक खाते में दूध का भुगतान होता है, उसकी पासबुक की प्रति भी जमा करनी होगी।
दूध पालन करने वाले किसान ऑनलाइन ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। दस्तावेजों और जानकारी के लिए वे अपने क्षेत्र के पैक्स व्यवस्थापक से संपर्क कर सकते हैं। ऋण मंजूर होने के बाद, उन्हें केन्द्रीय सहकारी बैंक में खाता खोलकर निर्धारित राशि के लिए नॉन-ज्यूडिशियल स्टाम्प पेपर पर दस्तावेज पूरे करने होंगे। ब्याज-मुक्त ऋण का लाभ उठाने के लिए, ऋण को एक साल या उससे पहले चुकाना होगा। अगर समय पर ऋण नहीं चुकाया गया, तो किसान को 10.25% सामान्य ब्याज और 2% दंडात्मक ब्याज देना पड़ेगा।