जयपुर न्यूज डेस्क: 12 दिसंबर को जयपुर में "रन फॉर विकसित राजस्थान" कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खिलाड़ियों के साथ दौड़ में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान में नई युवा और खेल नीति लाने की घोषणा की, जो राज्य में खेलों को नई दिशा देने का वादा करती है।
राजस्थान सरकार ने प्रदेश में ओलिंपिक खिलाड़ियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की भी योजना बनाई है। इस कार्यक्रम के तहत विश्वस्तरीय कोच खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करेंगे, जिससे उन्हें ओलिंपिक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए बेहतर तैयारी मिल सके। मुख्यमंत्री शर्मा ने यह घोषणा जयपुर के अमर जवान ज्योति पर आयोजित रैली के दौरान की।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य में खेल सुविधाओं के विकास के लिए 15,000 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इन समझौतों का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं और खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है, जिससे वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि खेलों में राज्य की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं।
इसके अलावा, राजस्थान में खेलो इंडिया राष्ट्रीय यूथ गेम्स 2026 की मेज़बानी की योजना भी तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को राज्य के खिलाड़ियों और खेल विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। इसके अलावा, यह आयोजन पर्यटन और इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए भी फायदेमंद होगा।
ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए राजस्थान सरकार राज्य के शीर्ष 50 खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण देने का लक्ष्य बना रही है। इसके लिए राज्य में एक्सीलेंस फॉर स्पोर्ट्स सेंटर की स्थापना की जाएगी, जो खिलाड़ियों को अपनी क्षमता को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करने का अवसर देगा।
खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के लिए महाराणा प्रताप विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। इस विश्वविद्यालय में प्रशिक्षित कोचों के जरिए जिला स्तर पर खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे खेलों में राज्य की स्थिति मजबूत होगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हर साल 12 दिसंबर को "रन फॉर विकसित राजस्थान" का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेश के युवा भाग लेंगे।