जयपुर न्यूज डेस्क: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में अपात्र लोगों के खुद अपना नाम हटाने के लिए जयपुर जिले में "गिव अप" अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सबसे ज्यादा 1 लाख 88 हजार 255 अपात्र लोगों ने स्वेच्छा से योजना से नाम हटाया है। इसी के साथ 1 लाख 81 हजार 485 नए पात्र लोगों को योजना की सूची में जोड़ा गया है। जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी खुद इस पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं और राज्य के 41 जिलों में जयपुर पहले स्थान पर है।
जिला रसद अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा ने जानकारी दी कि कलेक्टर के निर्देश पर जयपुर जिले में गांव स्तर तक अभियान चल रहा है। रात्रि चौपाल, जनसुनवाई और ग्राम सभाओं में जनप्रतिनिधि और अधिकारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि अगर वे योजना के पात्र नहीं हैं, तो खुद आगे आकर नाम हटवाएं। आम लोगों का सहयोग मिलने से यह अभियान सफल होता जा रहा है।
रात में होने वाली चौपालों और सुनवाई कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग "गिव अप" के लिए सामने आ रहे हैं। कालवाड़ तहसील के बेगस गांव में हुई चौपाल में जिला कलेक्टर के आह्वान पर 128 ग्रामीणों ने मौके पर ही योजना से नाम हटाने की सहमति दी। ऐसे आयोजनों से ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ी है और वे खुद आगे आकर अपात्र लाभ लेने से इनकार कर रहे हैं।
जिला प्रशासन इस बात को लेकर सख्त है कि अपात्र लोग योजना का लाभ न लें। इसी कड़ी में अब तक 986 लोगों को नोटिस भी दिए गए हैं, ताकि वे समय रहते नाम हटवा सकें। गिव अप अभियान को अब 30 जून तक चलाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा अपात्र लोग खुद पहल करके इस योजना से बाहर आ जाएं और जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सके।