जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान में जयपुर के लिए महत्वपूर्ण बीसलपुर बांध के गेट आज खोले गए। इस साल की झमाझम बारिश के बाद 2 साल बाद बांध के गेट खोले गए हैं। सातवीं बार बांध भरने के बाद जल निकासी के पहले सायरन बजाकर लोगों को चेतावनी दी गई। सुबह 11 बजे दो गेट खोले गए। प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने पूजा-अर्चना के बाद गेट खोले, इस दौरान कलेक्टर सौम्या झा भी मौजूद थीं।
बीसलपुर बांध के गेट स्काडा सिस्टम के माध्यम से खोले गए हैं। दो गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है, जिसमें हर मीटर पर करीब 12000 क्यूसेक पानी बाहर जा रहा है। बांध की पूर्ण भराव क्षमता 315.50 RL मीटर है और त्रिवेणी नदी 3.90 मीटर पर उफान पर है। इस स्थिति में बांध के गेट खोल दिए गए हैं। पानी को बनास नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे कई गांवों का भूजल स्तर सुधरेगा।
शुक्रवार को बीसलपुर बांध के पूरी तरह भरने की संभावना थी। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत सुबह ही बांध पर पहुंच चुके थे। गेट नंबर 9 और 10 को एक मीटर ऊंचाई तक खोलकर जल निकासी की गई। इससे पहले बीती शाम से बांध पर सायरन बजाकर और मुनादी करके गेट खोलने से पहले लोगों को अलर्ट किया गया। बांध बनने के बाद यह सातवीं बार है जब गेट को खोला गया है।
बीसलपुर बांध की कुल क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और इसमें 38.703 टीएमसी पानी समा सकता है। जब बांध पूरी तरह भर जाता है, तो 68 गांवों की 21,300 हेक्टेयर जमीन डूब जाती है। बांध का पानी 25 आसपास के गांवों को पूरी तरह से जलमग्न कर देता है, जबकि 43 गांवों की कृषि भूमि के कई हिस्से भी पानी में डूब जाते हैं।